खबर मन्त्र संवाददाता
रांची। कोटा में पढ़ने गये स्टूडेंट्स का सुसाइड थमने का नाम नहीं ले रहा है। 8 महीने में यहां 24 से भी अधिक खुदकुशी के मामले सामने आ चुके हैं। मंगलवार की रात यहां नीट की तैयारी कर रही झारखंड की एक छात्रा रिचा सिन्हा (16) ने ब्लेज हॉस्टल में पंखे से लटक कर अपनी जान दे दी। हॉस्टल ने कोई सिक्योरिटी डिवाइस भी नहीं लगा था। वह नामकुम के महुआटोली की रहनेवाली थी। रिचा सिन्हा पांच महीने पहले मई में ही रांची कोटा आयी थी। बेटी की मौत की सूचना के बाद पिता रविंद्र सिन्हा रांची से सपरिवार कोटा चले गये हैं। इस दुखद खबर के बाद नामकुम महुआटोली में मातम का माहौल है।
घटना मंगलवार रात करीब 10 बजे विद्याधर नगर थाना क्षेत्र के इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पलेक्स स्थित हॉस्टल की है। घटना के दौरान छात्रा के रूम का गेट खुला था। रूममेट ने उसे फंदे से झूलता देखा तो उसने शोर मचाया और दूसरे स्टूडेंट्स को जानकारी दी। शोर मचाने पर स्टूडेंट और हॉस्टल के दूसरा स्टाफ रूम में पहुंचे और रिचा को निजी हॉस्पिटल ले गये, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। रिचा की रूममेट आयशा ने बताया कि वह अपने पिता से बालकनी में बात कर रही थी, तभी रिचा ने बालकनी का गेट लगा दिया, और फंदे लटक गयी। इसे देख कर वह शोर मचाने लगी और लोगों को बुलाया। होस्टल की वार्डन अर्चना ने बताया कि एक महीने पहले बच्ची के पिता से बात हुई थी। तब कॉल कर उन्हें बेटी से आकर मिलने का कहा था। इस पर उन्होंने बताया था कि वे कुछ ही दिनों में आयेंगे, लेकिन आये नहीं। इधर, दो दिन से रिचा की तबीयत भी ठीक नहीं थी। उसे जुकाम और बुखार था।
मंगलवार सुबह जब वह खाना खाने मेस में आयी तो सुबह मेडिसिन दी थी, लेकिन शाम को उसने रूम में ही खाना मंगवाया।रूममेट ने उसे फंदे से झूलता देखा तो उसने शोर मचाया और दूसरे स्टूडेंट्स को जानकारी दी। शोर मचाने पर स्टूडेंट और हॉस्टल के दूसरा स्टाफ रूम में पहुंचे और रिचा को निजी हॉस्पिटल ले गये, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। रिचा की रूममेट आयशा ने बताया कि वह अपने पिता से बालकनी में बात कर रही थी, तभी रिचा ने बालकनी का गेट लगा दिया, और फंदे लटक गयी। इसे देख कर वह शोर मचाने लगी और लोगों को बुलाया।
होस्टल की वार्डन अर्चना ने बताया कि एक महीने पहले बच्ची के पिता से बात हुई थी। तब कॉल कर उन्हें बेटी से आकर मिलने का कहा था। इस पर उन्होंने बताया था कि वे कुछ ही दिनों में आयेंगे, लेकिन आये नहीं। इधर, दो दिन से रिचा की तबीयत भी ठीक नहीं थी। उसे जुकाम और बुखार था। मंगलवार सुबह जब वह खाना खाने मेस में आयी तो सुबह मेडिसिन दी थी, लेकिन शाम को उसने रूम में ही खाना मंगवाया।
विरोधाभाषी बयान, जांच में जुटी पुलिस
पुलिस के अनुसार शुरुआती जांच में पता चला है कि छात्रा देर शाम से अपने रूम से बाहर नही निकली थी। मृतका की कई साथी छात्राओं ने उससे संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नही आया। इसके बाद हॉस्टल संचालक को इसके बारे में जानकारी दी गयी। सूचना हॉस्टल मैनेजर मौके पर पहुंचा और दरवाजा तोड़कर देखा कि छात्रा पंखे से चुन्नी बांधकर फंदे से लटकी हुई थी। वह अपने पिता को राजस्थान कोटा फोन कर बुला रही थी, लेकिन उसके पिता बाद में आने की बात कहकर नहीं जा रहे थे। पुलिस को बताया कि रिचा ने बालकोनी की कुंडी लगा ली थी और उसने छत से कूद कर जान दे दी। हॉस्टल प्रबंधन और रूममेट आयशा के बयान में फर्क आने के बाद पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालने मेें जुट गयी है। विज्ञाननगर के एसएचओ देवेश भारद्वाज ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। छात्रा के मोबाइल समेत कई चीजों को जब्त किया गया है। जांच के बाद ही आत्महत्या के कारणों का पता चल सकेगा।
क्यों कर रहे हैं युवा आत्महत्या
शायद ही ऐसा कोई दिन गुजरता होगा, जब समाचार पत्रों में किसी की आत्महत्या की खबर नहीं छपती है। कई बार छोटी-छोटी मुश्किलों का मुकाबला करने की जगह लोग उससे घबराकर आत्महत्या जैसे खतरनाक कदम उठा लेते हैं। परीक्षा में तनाव हो या घर में झगड़ा, व्यापार में घाटा हो जाए या फिर नौकरी में किसी प्रकार की परेशानी आ रही हो, यहां तक कि प्रेम प्रसंग के मामले से लेकर उम्र के आखिरी पड़ाव में अवसाद से ग्रसित लोग भी आत्महत्या कर लेते हैं। इन लोगों को जीवन से कोई मोह नहीं होता, इस तरह का आत्मघाती कदम सामाजिक दृष्टिकोण से खतरनाक है।
डॉ एमएन सिंह
चिकित्सक, एमके हॉस्पिटल, रांची
मेडिकल की तैयारी कर रही थी रिचा : महुआ टोली के स्थानीय निवासियों ने बताया कि कुछ दिनों से रविंद्र कुमार सिन्हा के घर पर ताला लटका हुआ है। घटना की सूचना के बाद महुआ टोली स्थित विनायका गली में सन्नाटा पसरा था। कोई कुछ बताने को तैयार नहीं था। इसी क्रम में कुछ लोगों ने बताया कि पांच माह पूवर् रिचा मेडिकल की तैयारी करने कोटा गई थी। स्थानीय लोगों की मदद से मृतका का आधार कार्ड मिला तो उसमें जन्मतिथि 31 मार्च 2010 अंकित है।
पुलिस के अनुसार शुरुआती जांच में पता चला है कि छात्रा देर शाम से अपने रूम से बाहर नही निकली थी। मृतका की कई साथी छात्राओं ने उससे संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नही आया।
इसके बाद हॉस्टल संचालक को इसके बारे में जानकारी दी गयी। सूचना हॉस्टल मैनेजर मौके पर पहुंचा और दरवाजा तोड़कर देखा कि छात्रा पंखे से चुन्नी बांधकर फंदे से लटकी हुई थी। वह अपने पिता को राजस्थान कोटा फोन कर बुला रही थी, लेकिन उसके पिता बाद में आने की बात कहकर नहीं जा रहे थे। पुलिस को बताया कि रिचा ने बालकोनी की कुंडी लगा ली थी और उसने छत से कूद कर जान दे दी। हॉस्टल प्रबंधन और रूममेट आयशा के बयान में फर्क आने के बाद पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालने मेें जुट गयी है। विज्ञान नगर के एसएचओ देवेश भारद्वाज ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। छात्रा के मोबाइल समेत कई चीजों को जब्त किया गया है। जांच के बाद ही आत्महत्या के कारणों का पता चल सकेगा।