दुमका। काम करने महाराष्ट्र जा रहे मसलिया के किशोर और किशोरी को नाबालिग होने के कारण मध्य प्रदेश के कटनी में पुलिस ने पकड़ लिया और उन्हें वहां के बालगृह में आवासित कर दिया। 25 दिनों बाद दोनों को लेकर कटनी पुलिस शनिवार को दुमका पहुंची और दोनों को बाल कल्याण समिति के बेंच ऑफ मजिस्ट्रेट के चेयरपर्सन डॉ अमरेन्द्र कुमार, सदस्य डॉ राज कुमार उपाध्याय और नूतन बाला के समक्ष प्रस्तुत किया। 17 वर्षीय किशोर पूर्व सैनिक का बेटा है जबकि किशोरी के पिता किसान हैं। समिति ने किशोर, किशोरी और उनके माता-पिता का बयान लेने के बाद दोनों को उनके अभिभावकों को सौंप दिया। किशोर ने अपने बयान में बताया कि वह तीन भाई और एक बहन है। बड़ा भाई एसपी कॉलेज में इंटरमीडिएट में पढ़ाई करता है और मैट्रिक पास कर गया है।
छोटा भाई आठवीं कक्षा में पढ़ता है। उसके दीदी की शादी हो गई है। 1 अप्रैल को वह काम के सिलसिले में घर में बिना बताए महाराष्ट्र जा रहा था। उसके साथ किशोरी भी थी। किशोरी से 3 वर्ष पूर्व से उसकी दोस्ती है। उसके घर वालों को भी यह बात मालूम है। दिवाकर हेंब्रम 15 लड़का-लड़की को काम के लिए ले जा रहा था। वह भी किशोरी को साथ लेकर उनके साथ चले गया। कटनी रेलवे स्टेशन पर पुलिस ने उन दोनों समेत 5 लड़के को पकड़ लिया। पुलिस ने दिवाकर को छोड़ दिया और पांचो लड़के-लड़कियों को आसरा बालगृह में रख दिया गया। वहां 25 दिन रहने के बाद कटनी पुलिस उन्हें दुमका लेकर आई है। किशोर की मां ने बताया उसके चार संतानों में दो जुड़वा बेटे हैं जिसमें एक यह बेटा है। उसका बेटा घर में बिना बताए काम करने महाराष्ट्र चला गया था। जब हम लोगों ने छानबीन की तो बेटे ने फोन से बताया कि वह कटनी में है। किशोर के पिता ने बताया कि वह पूर्व सैनिक हैं उन्होंने 1971 की लड़ाई लड़ी है। बांग्लादेश के ढाका के चटगांव में हुए युद्ध में शामिल रहे हैं और सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
उनका बेटा घर में बिना बताए चला गया था। जिसपर उन्होंने डीएसपी को इसकी जानकारी दी थी। फिर उन्हें बताया गया कि उनका बेटा आ गया है। जिससे वह लेने के लिए आए हुए हैं। किशोरी ने बताया कि उसने कक्षा 6 तक पढ़ाई की है। वह तीन भाई बहन है। वह अपने घर में बता कर काम करने महाराष्ट्र जा रही थी। उसे उसके मित्र ने अपने साथ चलने को कहा था। कटनी स्टेशन पर पुलिस ने उन दोनों को पकड़ लिया। किशोरी के पिता ने बताया कि बेटी घर में बताकर महाराष्ट्र के लिए गई थी। उसे किशोर से प्यार है इसकी जानकारी उन्हें और घर के लोगों को है। समिति ने सख्त हिदायत दी कि 18 वर्ष पूरा होने से पहले किशोरी की शादी नहीं करेंगे।