झुमरीतिलैया (कोडरमा)। गाय को सदियों से पहली रोटी खिलाने की परंपरा चली आ रही है। शास्त्रों के अनुसार गाय में सभी देवी-देवताओं का वास होता है। गाय को पहली रोटी खिलाने से सभी देवी-देवताओं को भोग लग जाता है। वहीं गाय को पहली रोटी खिलाने के कई धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व भी है। हालांकि शहरों में बढ़ते फ्लैट कल्चर की वजह से यह परंपरा विलुप्त होने की कगार पर पहुंच गई है। श्री कोडरमा गौशाला समिति स्थापना के 75वें वर्ष को अमृत महोत्सव के रूप में मना रही है। इसके तहत पूरे वर्षभर गौ संरक्षण एवं गौ संवर्धन को लेकर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। नव वर्ष के पहले दिन बुधवार को समिति के पदाधिकारी और सदस्यों ने गायों को रोटी और गुड़ खिलाकर पहली रोटी गाय की योजना का शुभारंभ किया।
वहीं कोडरमा गौशाला समिति के कार्यकारिणी सदस्य एवं पहली रोटी गाय की योजना के परियोजना निदेशक संजय अग्रवाल ने बताया कि सदियों से चली आ रही परंपरा को जीवित रखने के उद्देश्य से गौशाला में पहली रोटी गाय की योजना शुरू की गई है। इसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति गौशाला को 25 सौ रुपये का सहयोग राशि देकर 1 जनवरी से 31 दिसंबर 2025 तक गौशाला में प्रतिदिन दो रोटी गौ माता को अपने नाम से खिलाने का पुण्य प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि अभी तक 57 लोग पहली रोटी गाय की योजना का हिस्सा बन चुके हैं। इस योजना के तहत गौशाला में पलने वाली करीब 400 गायों के लिए 400 लोगों को इस योजना से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि इस योजना से जुड़ने के लिए गौशाला समिति के किसी सदस्य या गौशाला से संपर्क किया जा सकता है।
वहीं समिति के उपाध्यक्ष महेश दारूका ने बताया कि 14 जनवरी मकर संक्रांति के दिन दोपहर करीब 3 बजे से जिले की धार्मिक संगठन श्याम शरण में आजा रे के द्वारा तृतीय वार्षिक श्याम महोत्सव का आयोजन गौशाला परिसर में किया जाएगा। इस कार्यक्रम के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को गौशाला से जुड़ने का अवसर मिलेगा। वहीं कोषाध्यक्ष अविनाश सेठ ने बताया कि आगामी 14 जनवरी मकर संक्रांति के दिन गौशाला परिसर में तुलादान कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। सनातन धर्म में तुलादान का विशेष महत्व है।
भगवान श्री कृष्ण ने भी द्वापर युग में तुलादान किया था। तुलादान व्यक्ति की समृद्धि, पापों के नाश और आध्यात्मिक शुद्धि के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि गौशाला में तुलादान को लेकर बुकिंग शुरू हो गई है। लोग अपना नाम सूची में दर्ज करवा सकते हैं। वहीं संयुक्त सचिव जितेंद्र कुमार उर्फ अरुण मोदी ने बताया कि गौशाला परिसर में तुलादान को लेकर पूरी व्यवस्था की गई है। लोग यहां अपने वजन के बराबर गौ आहार का दान कर सकेंगे। वहीं प्रदीप कंदोई ने कहा कि धरती पर यदि प्रत्यक्ष रूप से कहीं स्वर्ग है तो वह गौशाला है। यहां 33 करोड़ देवी-देवता समाहित गौ माता की उचित देखभाल सभी के सहयोग से की जाती है। उन्होंने लोगों को गौशाला से जुड़ने एवं गौशाला के द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने कि अपील की है।
मौके पर कार्यकारिणी सदस्य सज्जन शर्मा, मनोज चौधरी, विनोद पोद्दार, अंजू कंदोई, कुसुम चौधरी, किशु, कान्हा, यश, आरव खाटूवाला, पायल, समृद्धि, सरिता शर्मा, प्रीति गुटगुटीया, पायल खाटूवाला समेत कई लोग मौजूद थे।