डोमचांच (कोडरमा)। मंजुला शर्मा मेमोरियल अकादमी का स्थापना दिवस बड़े ही धूम-धाम से मनाया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी थे, जबकि विषिष्ठ अतिथि के रूप में कोडरमा विधायक डाॅ. नीरा यादव, पूर्व जिप अध्यक्ष शालिनी गुप्ता मौजूद रही। मौके पर मुख्य रूप से विद्यालय के संस्थापक कुरेश प्रसाद शर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष नितेश चंद्रवंशी, भाजपा महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष कामिनी देवी, जिप सदस्य शांति प्रिया, भाजपा नेता रमेश सिंह, रामचंद्र सिंह, देवेंद्र मेहता, आदि मौजूद थे। अतिथियों का स्वागत शॉल व बुके भेंट कर किया गया। वहीं सर्वप्रथम मुख्य अतिथि ने स्व मंजुला शर्मा की छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्वलित कर किया गया। वहीं इस दौरान बच्चों ने गीत-नृत्य की एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर उपस्थित अतिथियों व आगंतुकों का मन मोह लिया।
वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कई ऐसे प्राइवेट स्कूल हैं, जिसमें फीस बहुत अधिक है और वैसे स्कूलों में सरकार द्वारा एक फीस तय होनी चाहिए ताकि गरीब के बच्चे भी उन स्कूलों में पढ़ सके। साथ ही स्कूलों में 25 प्रतिशत गरीब वर्ग के बच्चे की पढ़ाई मुफ्त हो, साथ ही उन्होंने कहा कि झारखंड को शिक्षा का हब बनाने के लिए सुदूरवर्ती क्षेत्र में स्कूलों की स्थापना की जानी चाहिए और साथ ही जो स्कूल स्थापित हैं उन्हें और भी बेहतर करने की जरूरत है, क्योंकि झारखंड की गरीबी को बेहतर शिक्षा और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं से ही दूर किया जा सकता है।
वहीं पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से झारखंड में जमीन का जाली दस्तावेज जमीन माफियाओं व कई सरकारी अफसरों के घर मिल रहे हैं, इसकी जब और भी गहनता से जांच होगी तो कई सरकारी अफसर और सत्ता में बैठे बड़े-बड़े दिगज नेता का पर्दाफाश होगा। वहीं उन्होंने बताया कि जांच के दौरान रांची में लगभग 10 हजार करोड़ रुपये की अवैध तरीके से जमीन खरीद बिक्री का घोटाला का खुलासा हो सकता है।
वहीं विधायक डाॅ. नीरा यादव ने कहा कि किसी भी विद्यालय द्वारा मंच पर जब बच्चों की प्रतिभा को दिखाया जाता है, तो वह उस विद्यालय का आईना होता है। साथ ही बच्चों के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। जिस प्रकार एक कुम्हार मिट्टी को विभिन्न आकार देता है, उसी प्रकार बच्चे भी मिट्टी के समान हैं, जिसे आप जिस रूप में ढालेंगे वह उसी रूप में निखर कर सामने आएंगे।
वहीं संस्थापक कुरेश शर्मा ने कहा कि विद्यालय को बाबूलाल मरांडी ने 2008 में विंग्स अकादमी के रूप में एक पौधे के रूप लगाया था जो आज एक वृक्ष बन गया है। जिस प्रकार वृक्ष फल, फूल और छाया देता है उसी प्रकार हम बच्चों को विद्यालय में शिक्षा के साथ-साथ उनकी नैतिक जिम्मेवारियों, व्यवहार, आदि को सिखाने का कार्य करते हैं। हमने शिक्षा को व्यवसाय नही, बल्कि सेवा के रूप में देखा है।
आज दुनिया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर जा चुकी है। हमारे हिंदुस्तान को वैश्विक स्तर पर चलने की जरूरत है। आज नई शिक्षा नीति भी भ्रम की स्थिति में है। उन्होंने कहा कि आज हिंदुस्तान की राजनीति में जात-पात और भ्रष्टाचार का बोलबाला है। जाति के नाम पर वोट की राजनीति की जा रही है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग को चाहिए कि जो भी पार्टी या जो भी व्यक्ति विशेष जाति की राजनीति करे, उसे डिबार कर दे ।
मंच संचालन विद्यालय के शिक्षक पंकज पांडेय ने किया। मौके पर शांति प्रिया, बसंत मेहता, अंगलाल राम, बेदु साव, अशोक उपाध्याय, अनूप जोशी, महेंद्र यादव, कामाख्या नारायण सिंह, परिमल सिंह, अम्बिका सिंह, शिवलाल सिंह, विजय यादव, प्रोफेसर हिमांशु कुमार, प्रबंधक रजनीश शर्मा, प्रशासक रामप्रवेश पांडेय, शिव कुमार, प्रीति चैधरी, राकेश कुमार, पंकज पांडेय, अलख सिंह, रीता कुमारी, कुमुदिनी लकड़ा, अंकिता कुमारी, अमिता कुमारी आदि मौजूद थे।