रांची /नई दिल्ली। टीवीएनएल विस्तारीकरण का रास्ता साफ हो गया है। दिल्ली में बिजली अधिकारियों की बैठक में इस पर चर्चा की गयी। बैठक में राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री मिथिलेश ठाकुर और जेबीवीएनएल के एमडी केके वर्मा शामिल थे। इस दौरान टीवीएनएल के विस्तारीकरण को सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी ने अपनी मंजूरी दी। इसके साथ ही ललपनिया में 660 मेगावाट के दो यूनिट लगाने की योजना भी पूरी की जायेगी।
तेनुघाट विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड राज्य सरकार के स्वामित्व वाली एकमात्र विद्युत इकाई है। इसके विस्तारीकरण के साथ ही राज्य में बिजली की कमी और सेंट्रल पूल से खरीदी जाने वाली बिजली में भी कमी आयेगी।
टीवीएनएल के विस्तारीकरण की घोषणा पूर्व में कई बार समय समय पर की गयी है। साल 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने विस्तारीकरण की बात कही थी। इसके बाद 2021 में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी इस संबंध में घोषणा की। हालांकि साल 2021 में झारखंड ऊर्जा विकास निगम और तेनुघाट विद्युत उत्पादन निगम दोनों को पत्राचार कर विस्तारीकरण के संबध में जानकारी मांगी गयी थी। इस दौरान टीवीएनएल का राज्य झारखंड उर्जा उत्पादन निगम में विलय के संबंध में भी आकलन रिपोर्ट की मांग की गयी थी। हालांकि इसके बाद मामला शांत हो गया था। ऐसे में अब उम्मीद है कि राज्य में टीवीएनएल का विस्तारीकरण जल्द संभव होगा।
फिलहाल टीटीपीएस में दो यूनिट कार्यरत है, जिसकी क्षमता 420 मेगावाट है। एक यूनिट से बिजली उत्पादन क्षमता 210 मेगावाट है। राज्य में औसत बिजली की मांग 2200 मेगावाट है। ऐसे में टीटीपीएस के विस्तार से राज्य के बिजली उत्पादन के अपने स्रोत में वृद्धि होगी। फिलहाल डीवीसी राज्य के छह जिलों में लगभग 400 मेगावाट बिजली आपूर्ति कर रहा है।