घाघरा। विशुनपुर थाना क्षेत्र के टेमरकरचा में बीते 10 अप्रैल को पीएलएफआई नक्सलियों के द्वारा विकास कार्य में लगे वाहन पर किये गये आगजनी के एक आरोपी को गिरफ्तार कर शुक्रवार को पुलिस ने जेल भेज दिया है। इस संबंध में घाघरा थाना में शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुलिस उपाधीक्षक अभियान मनीष कुमार, इंस्पेक्टर मनोज कुमार, थानेदार अमित कुमार चौधरी व कुंदन सिंह ने जानकारी दी। पुलिस उपाधीक्षक अभियान ने बताया कि सत्य कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा जमटी से टेमरकरचा सड़क बनाने का काम किया जा रहा है। जिसमें काम कर रहे एक वाहन व पेवर मशीन को आग लगा दिया गया था और पीएलएफआई का पर्चा फेंक कर काम को रोक देने की बात कही गई थी
। जिसके आलोक में पीएलएफआई संगठन के 6-7 अज्ञात लोगों के विरुद्ध विशुनपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की आरंभ की गई। अनुसंधान के क्रम में पता चला कि अजय उरांव एवं उनके साथियों के द्वारा भय का माहौल बनाने के लिए घटना की योजना बनाई गई थी। अजय उरांव उर्फ संजय उरांव उर्फ दिलजल उरांव जो लोहरदगा जिला के कैरो प्रखंड अंतर्गत तोरांग गांव का रहने वाला है। जिसकी घटना में संलिप्तता के संबंध में पुलिस को सबूत मिली। जिसके बाद आवश्यक पूछताछ के लिए अजय उरांव को गुमला लाया गया। पूछताछ के क्रम में अजय ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की एवं अपने साथी कृष्णा यादव उर्फ सुल्तान जी जो रांची जिला के चान्हो थाना अंतर्गत बलसोकरा का रहने वाला का नाम बताया। साथ ही अजय के निशानदेही पर उसके घर के पीछे छुपा कर रखा हुआ एक देसी कट्टा, 0.315 बोर की जिंदा गोली व एक पीएलएफआई का पर्चा बरामद किया गया है। उन्होंने बताया कि बाकी उग्रवादियों की भी गिरफ्तारी के लिए छानबीन किया जा रहा है। उन्हें जल्द गिरफ्तारी कर लिया जायेगा। यहां बता दें कि पीएलएफआई उग्रवादियों के द्वारा 10 अप्रैल को दिन में काम पर लगे एक रोलर व पेवर मशीन को आग के हवाले कर दिया था। जिसके बाद से इलाके में भय का माहौल था। लगातार पुलिस के द्वारा छानबीन की जा रही थी। जिसके बाद एक आरोपी अजय की गिरफ्तारी हुई।