झुमरीतिलैया (कोडरमा)। सोमवती अमावस्या के मौके पर झुमरीतिलैया के देवी मंडप स्थित पीपल के पेड़ की महिलाओं ने पूजा अर्चना की। इसके साथ ही 108 बार परिक्रमा कर सुख-समृद्धि एवं स्वजनों की दीर्घ जीवन की कामना की। इस दौरान मन्दिर के मुख्य पुजारी आचार्य कृष्ण मुरारी पाण्डेय ने महिलाओं को कथा श्रवण करवाते हुए कहा की हिन्दू धर्म में सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व है, क्योंकि सोमवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं। महिलाएं सोमवती अमावस्या के दिन अपनी पति की लंबी आयु के लिए पीपल के पेड़ की परिक्रमा करती हैं, जिसे हिन्दू धर्म में बहुत ही शुभ माना गया है।
सोमवती अमावस्या के दिन पीपल पेड़ की परिक्रमा करने का भी विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि पीपल पेड़ की परिक्रमा करने से वैवाहिक जीवन में खुशियां बनी रहती हैं। इसके अलावा जीवन में आने वाली परेशानियों से छुटकारा मिलता है और समस्याएं धीरे-धीरे कम होने लगती हैं।