रांची। झारखंड केन्द्रीय विश्वविद्यालय में पांच दिवसीय अंतरर्राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन प्रारंभ हुआ। इस कार्यशाला में कोरियाई कंपनी सैमसंग के 13 इंजीनियर कोरिया से प्रतिभागी के रूप में शामिल हुए हैं। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य उन्हें हिंदी सीखना है, जिससे वे भारत तथा झारखण्ड के संस्कृतियों को जान समझ सकें। कार्यशाला की शुरुआत में विदेशी मेहमानों का आदिवासी परंपरा के अनुरूप स्वागत किया गया।
कार्यक्रम में अपने उद्बोधन में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केबी दास ने हर्ष जताते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से विदेशों में हिंदी तथा भारतीय संस्कृति का सकारात्मक विस्तार होगा। साथ ही हमारे विद्यार्थियों के लिए रोजगार के नए अवसर भी आयेंगे। भारतीय संस्कृति को जानने के लिए प्रतिभागियों द्वारा झारखण्ड के विभिन्न स्थानों पर भ्रमण भी किया जायेगा। इस दौरान टेंडम कक्षाओं का आयोजन भी किया जायेगा, जिसके माध्यम से भारतीय छात्र कोरियाई संस्कृति तथा कोरियाई छात्र भारतीय संस्कृति से परिचित हो सकेंगे।