मरकच्चो (कोडरमा)। कोडरमा विधानसभा चुनाव की तारीख 13 नवम्बर जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे चुनावी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। हर गली-मोहल्ला व चैक-चैराहों पर इस समय चुनावी चर्चा का ही दौर चल रहा है। प्रत्यशियों के बदले नजरिए पर लोग चटखारे ले रहे हैं। पांच साल तक दिखाई न देने वाले नेता जी इन दिनों सुबह होते ही लोगों के घरों पर दस्तक दे रहे हैं। वहीं मतदाता कहते हैं कि जब हमें जरूरत होती है तो ये मिलते नहीं हैं, इनके कार्यालय से लेकर घर तक चक्कर लगाने पड़ते हैं।
अब सुबह आंख नहीं खुल पाती है, उससे पहले ही घर आ धमकते हैं। जिले में मतदाताओं के दरवाजों पर आजकल सुबह सात बजे से नेताजी समर्थकों के साथ पहुंच रहे हैं। अबकी वोट सिर्फ हमें ही देना, शहर का भला हम ही कर सकते हैं। तुम्हारी हर परेशानी, सुख-दुख में खड़े हुए और आगे भी खड़े होंगे, बस हमारा ध्यान रखना। यह बोल कोडरमा विधानसभा का चुनाव लड़ने वाले नेताओं के हैं। मतदाता भी आजकल शहर के चैक चैराहों, चाय की दुकानों पर यही सब चर्चा करते हैं।
मतदान तक परिक्रमा रहेगी जारी
जब तक मतदान नहीं हो जाएगा, तब तक इनकी परिक्रमा जारी रहेगी। मतदाता जीत और हार का गणित लगाने में जुटे। चुनावी चकल्लस में कई ऐसे लोग भी शामिल होते हैं कि जो चुनाव की भविष्यवाणी भी करते हैं और रणनीति भी बताते हैं। कौन प्रत्याशी जीतेगा और कौन हारेगा। हारेगा तो क्यों हारेगा और जीत क्यों रहा है। इन सभी के तर्क भी बिंदुवार दिए जाते हैं।
जो सीधे मुंह बात नहीं कर रहे थे, वह दिन में दो बार पैर छू रहे हैं
चुनाव में प्रत्याशी सोशल मीडिया (फेसबुक व्हाट्सएप ग्रुप) को अपना मजबूत प्रचार का जरिया बना रहे हैं। जनता के असली हमदर्द बनने और हमेशा दुःख सुख में साथ देने का वायदा भी कर रहे हैं। फेसबुक पर अपनी सुबह से लेकर देर रात तक के हर क्रिया कलाप शेयर कर रहे हैं।
लोग ले रहे हैं चटखारे
पैर छूने और हाथ जोड़कर अभिवादन करने समेत मदद करने की फोटो जरूर शेयर कर रहे हैं। इस समय प्रत्याशी अपने आप को लोगों के हितैषी और मददगार साबित करने में लगे हैं। हालांकि चुनाव के समय अचानक से बदले स्वभाव और नजरिया को लेकर लोग भी खूब चटखारे ले रहे हैं।