गुमला। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा है कि वीरांगना सिनगी दई वन विज्ञान बहुआयामी प्रशिक्षण भवन का शिलान्यास कर मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। भविष्य में इस वन विज्ञान केंद्र में जो रिचर्स होंगे वह झारखंड व देश के विकास में सहयोग प्रदान करेगा। औषधीय व सुगंधीय पौधों पर विकास भारती का कार्य सरराहनीय है। एनएसडीसी के सहयोग से विकास भारती जो कार्य कर रहा है वह आने वाले दिनों में मिल का पत्थर साबित होगा। श्री राधाकृष्णन शुक्रवार को विकास भारती विशुनपुर द्वारा आयोजित वन विज्ञान केंद्र व कुशल कारीगरों के बीच प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विकास भारती का ग्रामीण विकास का मॉडल पूरे देश के मॉडल के रूप में सामने आये। साथ ही पूरे देश में विकास भारती के मॉडल को लागू किया जाए।
राज्यपाल ने कहा कि आने वाले दिनों में वन विज्ञान एक अच्छा प्लेटफार्म साबित होगा। जिसका लाभ पूरे राज्य को मिलेगा और युवा शक्ति व समाज का मार्ग दर्शन करेगा। उन्होंने कहा कि विकास भारती ट्राईब क्षेत्र में शिक्षा, पर्यावरण, स्वास्थ्य, पेयजल के क्षेत्र में अच्छा काम किया है। जिसे विकास भारती की समाज में अलग पहचान बनी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति द्रोदपी मुर्मू ने मुझे विकास भारती भ्रमण करने की बात कही थी। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू रॉल मॉडल हैं। उन्होंने कहा कि विशुनपुर प्रखंड का बलात ट्राईबल क्षेत्र है। यहां के विकास में वन विज्ञान केंद्र महती भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि विकास भारती का आश्रम व्यवस्था बहुत अच्छा है। विकास भारती ट्राईबल क्षेत्र में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दे रहा है।
जड़ी बुटी के विकास में वन विज्ञान केंद्र का रहेगा अहम योगदान: अशोक भगत
विकास भारती के सचिव पद्मश्री अशोक भगत ने कहा कि वीरांगना सिनगी दई के नाम पर वन विज्ञान केंद्र की स्थापना हुई है। भविष्य में यह केंद्र जडी बुटी के विकास में अहम योगदान देगा। देश के प्रशिक्षित शिक्षक लोगों को प्रशिक्षण देकर वन औषधी के क्षेत्र में परांगत बनाएंगे।
आत्म निर्भर भारत का सपना विशुनपुर से निकल रहा है: वेद प्रकाश
एनएसडीसी के सीओ वेद प्रकाश तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो आत्म निर्भर भारत का सपना देखा है वह विशुनपुर से निकलकर जा रहा है। जल जंगल जमीन से आत्म निर्भर भारत की कल्पना पूरी होगी। उन्होंने कहा कि वन विज्ञान केंद्र से राज्य में नया आयाम जुडेगा। सात महीनों में वन विज्ञान केंद्र का कंस्ट्रक्शन पूरा होगा। 40 वर्षों से विकास भारती के सचिव पद्मश्री अशोक भगत ने जिस जमीन पर कार्य किया वह आज एक छोटे पौधे से बड़ा पेड़ बन गया है। उन्होंने कहा कि वन विज्ञान में प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों को राष्ट्रीय स्तर का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। आईएमए के दीपक श्रीवास्तव ने कहा कि एनसडीसी व आईएमए के बीच एमओयू होगा। जिसे देश व दुनिया के लिए बेहतर कार्य हो सकेगा।
सलाम उद्यान में राज्यापल व सांसदों ने किया पौधारोपण
राज्यापल सीपी राधाकृष्णन सबसे पहले विशुनपुर पहुंचे। जहां विकास भारती के सचिव पद्मश्री अशोक भगत व अन्य अतिथियों के द्वारा उनका स्वागत किया गया। जहां से वे सीधे बलातू गये। बलातू में वन विज्ञान केंद्र का शिलान्यास किये। वहां से विकास भारती के सालम उद्यान पहुंचे। सालम में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, सांसद सुदर्शन भगत, सांसद सुनील सोरेन व सांसद समीर उरांव ने पौधारोपण किया। जिसके बाद बनारी स्थित जतरा टाना भगत स्मारक पर पुष्प अर्पित कर राज्यपाल ने श्रद्धांजलि दी। वहां से वे ज्ञान निकेतन व विकास भारती के द्वारा संचालित विद्या मंदिर का निरीक्षण किये। जिसके बाद सभास्थल पहुंचकर कुशल कारीगरों के बीच उन्नयन प्रमाण पत्र का वितरण किया।
विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले हुए सम्मानित
कार्यक्रम में फुड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में अच्छा कार्य करने वाली सरोज देवी व बसंती देवी, बी किपर पर अच्छा कार्य करने वाले राजेंद्र लोहरा व सुदामा उरांव, मेडिसिन प्लांट में कार्य करने वाली श्वेता देवी व मंजिता देवी को राज्यपाल के द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इस मौके पर विकास भारती विशुनपुर के महिलाओं के द्वारा बनाया गया समान राज्यपाल को भेंट स्वरूप प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में ये थे उपस्थित
कार्यक्रम में सांसद सुदर्शन भगत, सांसद समीर उरांव, सांसद सुनील सोरेन, भाजपा के संगठनमंत्री बी सतीश, पूर्व विधायक शिव शंकर उरांव, विकास भारती के संयुक्त सचिव महेंद्र भगत, कृषि विज्ञान केंद्र के समन्वयक संजय पांडेय, भिखारी भगत, डॉ. अजय सिंह, अशोक कुमार, डीडीसी हेमंत सती, एसपी ऐहतेशाम वकारिव, अटल बिहारी तिवारी, एनो राय, नीरज वैश्य सहित कई लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन रंजना चौधरी ने की।