खबर मन्त्र संवाददाता
रांची। झारखंड में कमजोर मानसून का असर दिखने लगा है। खेती के साथ- साथ अब बढ़ते तापमान और भविष्य में होने वाले जल संकट पर भी चिंता बढ़ने लगी है। पिछले 24 घंटे में राज्य के कई हिस्सों में हल्की बारिश हुई है। बारिश के बाद तापमान में कमी आयी है। शनिवार को पूरे दिन गर्मी के बाद शाम में राजधानी में भी हल्की बारिश हुई। आकाश में बादल छाये हैं। राज्य में मानसून की गतिविधियां कमजोर पड़ी है। पिछले 24 घंटे की बात करें तो राज्य में कहीं-कहीं हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा हुई। सबसे अधिक वर्षा 36 मिमी धालभूम (पश्चिमी सिंहभूम) में दर्ज किया गया। सबसे अधिक उच्चतम तापमान 38.3 डिग्री गोड्डा में जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 24.6 डिग्री रांची में दर्ज किया गया।
तीन से लेकर आठ सितंबर तक हल्की बारिश की संभावना
राज्य में तीन सितंबर से लेकर आठ सितंबर तक कई स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश का अनुमान लगाया गया है। राज्य में अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस के आसपास हो सकता है और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास होने की संभावना जाहिर की गयी है। आठ सितंबर तक इसी तरह का तापमान और मौसम रहने की संभावना जाहिर की गयी है।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने राज्य के किसी हिस्से में भारी बारिश और वज्रपात को लेकर कोई अलर्ट जारी नहीं किया है। 3 सितंबर को राज्य के कई हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना है, जिससे तापमान में थोड़ी राहत मिल सकती है। मौसम विभाग ने अगले दो से तीन दिनों में अधिकतम तापमान धीरे-धीरे 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने की संभावना जताई है।
खेती पर पड़ी मौसम की मार
झारखंड में इस बार मानसून के कमजोर होने पर खेती पर खासा असर पड़ा है। किसानों का कहना है कि बारिश कम होने की वजह से इस बार खेती बेहतर तरीके से नहीं हुई है। सरकार भी किसानों की इस समस्या को समझ रही है। सरकार आंकड़े इकळा कर रही है कि राज्य के किस हिस्से में किसानों को कितना नुकसान हुआ है। अगर राज्य के 4 जिलों को छोड़ दिया जाए तो अन्य सभी 18 जिलों में सामान्य से काफी कम बारिश दर्ज की गई है।