नई दिल्ली। राजस्थान में महिला को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाने की घटना की निंदा करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला बोला है। नड्डा ने एक्स पर कहा कि राजस्थान के प्रतापगढ़ का वीडियो चौंकाने वाला है। इससे भी बुरी बात यह है कि राजस्थान में शासन व्यवस्था पूरी तरह से नदारद है। मुख्यमंत्री और मंत्री गुटीय झगड़ों को निपटाने में व्यस्त हैं, और बचा हुआ समय दिल्ली में एक राजवंश को खुश करने में व्यतीत हो रहा है।
उन्होंने कहा कि इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि राज्य में महिला सुरक्षा के मुद्दे को पूरी तरह से नजरअंदाज किया जा रहा है। आए दिन महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न की कोई न कोई घटना सामने आती रहती है। राजस्थान की जनता राज्य सरकार को सबक सिखाएगी।
उल्लेखनीय है कि
राजस्थान में प्रतापगढ़ जिले के धरियावाद थाना क्षेत्र के एक गांव में एक महिला को निर्वस्त्र कर घुमाने का खुलासा होने पर हड़कंप मच गया है। महिला के पति ने ही गांव वालों के सामने उसे एक किलोमीटर तक दौड़ाया। यह वाकया 31 अगस्त का है। शुक्रवार को इसका वीडियो वायरल होने पर सरकार हरकत में आई।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक्स हैंडल पर कहा है कि सभ्य समाज में ऐसे अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए हैं कि एडीजी क्राइम को मौके पर भेजकर कठोरतम कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा है अपराधियों को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे भेजकर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर सजा दिलवाई जाएगी।
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि महिला की शादी डेढ़ साल पहले इस गांव के युवक के साथ हुई थी। महिला ने एक सितंबर की देररात धरियावाद थाने में शिकायत दी है। इसके बाद एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें चौदह लोगों के नाम हैं। पति समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। महिला को शादी के छह महीने बाद पड़ोस के गांव ऊपला कोटा का युवक भगा ले गया था। महिला सालभर बाद 30 अगस्त को उस युवक के साथ वापस लौटी तो उसके ससुराल वाले उसे जबरन अपने गांव पहाड़ा ले आए। इसके बाद पति ने गांव वालों के सामने ही उसके कपड़े उतारे और निर्वस्त्र कर घुमाया। वायरल वीडियो में वह चीखते हुए छोड़ देने की गुहार लगा रही है। इस दौरान गांव के कई लोग मौजूद रहते हैं, लेकिन कोई उसे नहीं रोकता है। पीड़िता छह महीने की गर्भवती है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस ने शुक्रवार को महिला के पति और तीन आरोपितों को उनके गांव के पास जंगल से गिरफ्तार कर लिया। बाकी आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छह टीमें गठित की गई हैं। पीड़ित महिला और आरोपित आदिवासी हैं।
डीजीपी उमेश मिश्रा ने कहा है कि सभी आरोपितों को चिह्नित कर लिया गया है। जल्द ही सभी को पकड़ लिया जाएगा। स्थानीय विधायक नगराज मीणा का कहना है कि उन्हें रात में इसकी जानकारी मिली थी। इसके बाद उन्होंने कलेक्टर और एसपी से बात की। इस घटना की निंदा जितनी भी की जाए वह कम होगी।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस घटना की निंदा की है। साथ ही लोगों से अपील की है कि वे इस वीडियो को शेयर या पोस्ट न करें। उन्होंने कहा है कि अपराधियों ने सारी सीमाएं लांघ दी हैं, लेकिन आप सब कृपया वायरल हो रहे वीडियो को और अधिक पोस्ट न करें।
उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनियां ने भी एक्स पर मुख्यमंत्री गहलोत से कानून व्यवस्था को लेकर सवाल किया है। उन्होंने लिखा कि प्रतापगढ़ में आदिवासी महिला के साथ दुर्व्यवहार का वीडियो देखने के बाद रूह कांप उठती है। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद कि वह अपराध का वीडियो भी खुलेआम बना रहे हैं। यह समाज और लोकतांत्रिक मूल्यों की पराजय है। दोषियों को इतनी सख्त सजा मिले कि ऐसे अपराधों का विचार आने पर अपराधी खौफ से कांप जाए ।