Kml desk: झारखंड में नक्सलवाद के खात्मे को लेकर झारखंड पुलिस अब अंतिम लड़ाई लड़ने की योजना बना ली है। बता दें कि आज झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बोकारो में हुए 8 नक्सलियों के एनकाउंटर के बाद पुलिस मुख्यालय में प्रेस वार्ता रखी। जहां उन्होंने मीडिया के सामने बड़ी घोषणा कर दी है, साथ ही राज्य के नक्सलियों को खुली चेतवानी भी दे दी है।
सारंडा में ठोंकी जाएगी नक्सलियों के ताबूत में अंतिम कील – DGP
बता दें कि डीजीपी अनुराग गुप्ता ने साफ शब्दों में कहा है कि राज्य में जितने भी नक्सली सक्रिय हैं। उनकी पूरी जानकारी अब हमारे पास है। अब नक्सली या तो सरेंडर कर मुख्य धारा में वापस आ जाए। या फिर जल्द ही राज्य से नक्सलियों का सफाया कर दिया जाएगा। वहीं उन्होंने कहा कि लगभग राज्य के अधिकांश जिलों ने नक्सलियों का सफाया कर दिया गया है। फिलहाल राज्य के चाईबासा के सारंडा में नक्सली सक्रिय हैं, जिनका जल्द सफाया किया जाएगा। यानी साफ है कि नक्सलियों के ताबूत में अंतिम कील सारंडा में ठोंकी जाएगी।
सारंडा मूव करेंगे सुरक्षाबल के जवान
उन्होंने कहा कि अब राज्य के तमाम सुरक्षाबल के जवान जिनमें झारखंड पुलिस, सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन समेत तमाम सुरक्षा बल के जवानों को सारंडा में सिफ्ट किया जाएगा। सारंडा में सुरक्षा बल के जवान लगातार सर्च अभियान चलाएंगे और नक्सलियों को चुन-चुन कर मौत के घाट उतारेंगे। आपकों बता दें कि डीजीपी ने साफ शब्दों में कहा है कि बरसात से पहले यानी जून-जुलाई तक सारंडा को भी नक्सल मुक्त कर दिया जाएगा।
सारंडा के जंगलों में बिछा है बारूदी जाल
हालांकि आपकों बता दें कि सारंडा के जंगल में कई ऐसे इनामी नक्सली अपने दस्ते के साथ मौजूद हैं, जिनपर 1 करोड़ रुपए के इनाम की घोषणा है। इन नामों में सबसे प्रमुख नाम है मिसिर बेसरा का जो मुख्य रूप से सारंडा के जंगल में अपने दस्ते के साथ मौजूद है और लगातार सुरक्षा बल के जवानों को खुली चुनौती देते आ रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सारंडा के जंगल को नक्सलियों ने बारूदी जाल बिछा कर रखा है। बीच-बीच में यह घटना भी सामने आती है। सूत्रों का कहना है कि सारंडा के जंगलों ने नक्सलियों ने इस कदर अपना बारूदी जाल बिछा कर रखा है। जिसे भेद पाना पूरी तरह से नामुमकिन है। कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जिसमें आईईडी विस्फोट में कई जवान घायल हुए हैं। हाल के दिनों में आईईडी विस्फोट में दो जवान शहीद भी हुए थे। ऐसे में सारंडा के जंगलों में नक्सलियों से लोहा लेना पुलिस के लिए इतना आसान नहीं होगा। वहीं आपको बता दें कि सारंडा का जंगल ओडिशा राज्य की सीमा से सटा हुआ है। साथ ही जंगल में विशाल साल वृक्ष हैं। जिसमें छिपने में नक्सली काफी माहिर हैं। हालांकि हालिया घटनाओं पर नजर डाली जाए तो सुरक्षाबल के जवानों ने नक्सलियों के कई बंकर को ध्वस्त किया है।
नक्सलियों से लोहा लेने के लिए तैयार झारखंड पुलिस
बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह ने झारखंड पुलिस को सख्त निर्देश दिया है कि जल्द ही नक्सलियों का सफाया किया जाए। जिसके बाद से झारखंड में लगातार नक्सलियों से झारखंड पुलिस लोहा ले रही है और अब राज्य के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने भी यह साफ कह दिया है, कि बरसात से पहले राज्य से और मुख्य रूप से सारंडा ने नक्सलियों का सफाया कर दिया जाएगा।