Ranchi : चाईबासा में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे हैं, अभियान के दौरान आईईडी ब्लास्ट में शहीद हुए झारखंड जगुआर के जवान सुनील धान को आज अंतिम विदाई दी गई। जिसके बाद झारखंड पुलिस मुख्यालय में डीजीपी अनुराग गुप्ता ने अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग की। जहां जिले के अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये जुड़े थे। इस मीटिंग में नक्सलियों के खिलाफ अभियान कैसे और तेज करना है इस पर चर्चा की गई है।
सारंडा में बड़ा अभियान की तैयारी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डीजीपी अनुराग गुप्ता ने चाईबासा के सारंडा और पोड़ाहाट जंगलों में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान पर और तेजी लाने की बात कही है। साथ ही अधिकारियों को यह निर्देश दिया गया है कि बड़े स्तर पर झारखंड जगुआर, सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन समेत झारखंड पुलिस के जवान इलाके में घेरा बंदी करे। वहीं सूचना है कि डीजीपी अनुराग गुप्ता कल चाईबासा दौरे पर जा सकते है। वहां वे अधिकारियों के साथ हाईलेवल मीटिंग कर विशेष दिशा निर्देश देंगे।
पिछले एक महीने में दो जवान शहीद
आपकों बता दें कि शनिवार कि देर शाम नक्सलियों औऱ पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई थी, इसी दौरान आईईडी विस्फोट की घटना में झारखंड जगुआर के दो जवान घायल हो गए थे। जिन्हे एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया था। जहां इलाज के दौरान सुनील धान शदीह हो गए, वहीं अन्य जवान आरओ विष्णु सैनी गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे है। आपकों बता दें कि 22 मार्च 2025 को चाईबासा में ही नक्सलियों से लोहा लेते हुए सीआरपीएफ के सब इंस्पेक्टर सुनील मंडल शहीद हो गए थे. पिछले एक महीने के भीतर नक्सलियों के आईइडी ब्लास्ट में दो जवान शहीद हो चुके हैं. ध्यान रहे कि चाईबासा के जंगलो में भाजपा माओवादी के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा समेत कई इनामी नक्सली अपने दस्ते के साथ जंगलों में छिपे हुए है। आलम यह है कि चाईबासा के जंगलों में ये नक्सली इस कदर अपना बारूदी जाल बिझा कर रखे जिससे आए दिन किसी ना किसी निर्दोष व्यक्ति की जान चली जाती है। हालांकि नक्सली सुरक्षा बल के जवानों को नुक्सान पहुंचाने के उद्श्य से यह बारूदी जाल बिझा कर रखते है, लेकिन अब आम आदमी भी इसके चपेट में आ रहे है। फिलहाल अब देखने वाली बात यह होगी कि डीजीपी की हाईलेवल मीटिंग के बाद झारखंड पुलिस के जवान औऱ सुरक्षा बल के जवान चाईबासा के जंगलों में अभियान में किस कदर तेजी लाते है।