Ranchi: झारखंड सरकार की योजनाएं जाति, धर्म या भाषा के आधार पर नहीं, बल्कि ज़रूरतमंदों को केंद्र में रखकर बनाई जाती हैं। यह बात कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने शनिवार को बेड़ों और इटकी प्रखंड कार्यालय परिसरों में आयोजित योजनाओ के वितरण कार्यक्रम के दौरान कही। मंत्री तिर्की ने कहा कि राज्य में गठबंधन सरकार का मुख्य उद्देश्य गांव और घर के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुँचाना है। उन्होंने बताया कि चाहे प्राकृतिक आपदा की चपेट में आए लोग हों या सड़क दुर्घटना में अपनों को खोने वाले परिवार, सभी को राहत देने के लिए सरकार तत्पर है।
बेड़ों प्रखंड में आयोजित कार्यक्रम में 170 प्राकृतिक आपदा पीड़ितों को मुआवजा, 36 महिलाओं को सिलाई मशीन, 5 लोगों को सड़क दुर्घटना मुआवजा और 3 लोगों को पशु क्षति राशि दी गई। इसके साथ ही इटकी प्रखंड में भी मंत्री ने 20 महिलाओं को सिलाई मशीन, 5 किसानों को किसान समृद्धि योजना के तहत सौर ऊर्जा संचालित पंप, 18 लाभुकों को मकान क्षति मुआवजा एवं अन्य राहत सहायता प्रदान की। मंत्री ने ग्रामीणों से योजनाओं की जानकारी लेने और पात्रता के अनुसार आवेदन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जानकारी के अभाव में कई लोग योजनाओं से वंचित रह जाते हैं और बिचौलियों के शिकार भी हो जाते हैं।
इस मौके पर दोनों प्रखंडों के बीडीओ, सीओ, जिला परिषद सदस्य बेरूनिका कच्छप, प्रमुख विनीता कच्छप, उप प्रमुख मुद्दसिर, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष रमेश महली, राजन किस्पोट्टा, भानु सिंह, और नवल सिंह सहित कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे।