जम्मू-कश्मीर: अनुच्छेद-370 हटाए जाने के बाद केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में उमर अब्दुल्ला ने आज शपथ ली। श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला केंद्र शासित प्रदेश के पहले और जम्मू कश्मीर में दूसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं। पूर्व सांसद उमर 2009-2015 के बीच तत्कालीन राज्य के मुख्यमंत्री थे। उन्होंने 2001 से 2002 तक पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की एनडीए सरकार में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री के रूप में भी कार्य किया था।
इस मौके पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी, NCP शरद गुट से सुप्रिया सुले, पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, CPI से डी राजा और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए हैं।
अब्दुल्ला कैबिनेट के मंत्री-
()सकीना इटू- जम्मू-कश्मीर की डीएच पोरा से MLA, 4 बार मंत्री और 4 बार विधायक रहीं।
()सुरेंद्र चौधरी- नौशेरा से नेशनल कांफ्रेंस के विधायक, J-K बीजेपी अध्यक्ष रविंद्र रैना को हराया। पिछले चुनाव में रविंद्र रैना से हारे थे।
()जावेद अहमद राणा- पुंछ जिले के मेंढर से नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक, BJP उम्मीदवार मुर्तज़ा अहमद खान को हराया।
()सतीश शर्मा- जम्मू के छम्ब सीट से निर्दलीय विधायक, चुनाव के बाद नेशनल कांफ्रेंस में शामिल
()जावेद डार- रफियाबाद सीट से विधायक, 9 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का अभिभाषण
“हमारे पास करने के लिए बहुत कुछ है। हमें लोगों को यह आशा देनी होगी कि यह उनकी सरकार है और उनकी बात सुनी जाएगी। पिछले 5-6 साल से उनकी सुनवाई नहीं हो रही थी. यह हमारी जिम्मेदारी होगी कि हम उनकी बात सुनें और उस पर अमल करें।” उसने कहा “मुझमें कुछ अजीब अंतर हैं। मैं पूरे छह साल का कार्यकाल पूरा करने वाला आखिरी मुख्यमंत्री था। अब मैं केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर का पहला मुख्यमंत्री बनूंगा। आखिरी अंतर, जैसा कि छह साल की सेवा में है, मैं काफी खुश हूं…मुझे उम्मीद है कि केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा अस्थायी है। हम लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए भारत सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं और ऐसा करने का सबसे अच्छा तरीका जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करके शुरुआत करना होगा, ”उन्होंने कहा।
शेख अब्दुल्ला को श्रद्धांजलि अर्पित की
उमर अब्दुल्ला ने अपने शपथ ग्रहण समारोह से पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस के संस्थापक शेख मुहम्मद अब्दुल्ला के स्मारक पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। पठानी सूट और कोट पहने 54 वर्षीय अब्दुल्ला ने पार्टी संस्थापक के स्मारक पर फूल चढ़ाए। नेकां ने कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने से पूर्व उमर अब्दुल्ला ने हजरतबल में अपने दादा शेख मोहम्मद अब्दुल्ला के स्मारक पर दुआ मांगी।’’
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जीतीं 42 सीटें
जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 42 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि कांग्रेस के खाते में सिर्फ 6 सीटें आई हैं। अब्दुल्ला परिवार मानकर चल रहा था कि इस बार कांग्रेस का जम्मू-कश्मीर में प्रदर्शन अच्छा रहेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। यही वजह है कि एनसी ने कांग्रेस को रिजल्ट के बाद खास तरजीह नहीं दी है।
90 विधानसभा सीटों के लिए हुए चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस को 42, बीजेपी को 29, कांग्रेस को 6, पीडीपी को 3, जेपीसी को 1, सीपीआईएस को 1, AAP को 1, जबकि 7 निर्दलीय उम्मीदवारों को जीत मिली है। जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने गठबंधन में चुनाव लड़ा है।
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