कोडरमा। रमेश प्रसाद यादव शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में गुरुवार को सत्र 2023-25 के चार समूहों गांधी हाउस, विवेकानंद हाउस, टैगोर हाउस, विनोबा हाउस के प्रशिक्षुओं के बीच कार्यक्रम समन्वयक सहायक प्राध्यापक विनोद यादव के नेतृत्व में वाद-विवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्य डॉ. लक्ष्मी सरकार व सहायक प्राध्यापकों द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर किया गया। वाद-विवाद का विषय उच्च शिक्षा के क्षेत्र में लैंगिक संतुलन था। जिसमें कुछ समूहों ने पक्ष और कुछ ने विपक्ष के रूप में अपना-अपना तर्क रखा। वहीं प्रतियोगिता के उपरांत प्राचार्य ने कहा कि लैंगिक मुद्दे में कई बातें हैं, जिसमें समानता, असमानता और अन्य बातें शामिल हैं।
लैंगिक समानता का सीधा अर्थ होता है कि समाज में महिला तथा पुरुष के समान अधिकार, दायित्व तथा रोजगार का समान अधिकार। समानता एक सुंदर और सुरक्षित समाज की वह नींव है, जिसपर विकास रूपी इमारत बनाई जा सकती है। लैंगिक समानता का अर्थ यह नहीं कि समाज का प्रत्येक व्यक्ति एक लिंग का हो अपितु लैंगिक समानता का सीधा सा अर्थ समाज में महिला तथा पुरुष के समान अधिकार, दायित्व तथा रोजगार के अवसरों के परिप्रेक्ष्य में है। इसी तथ्य के मद्देनज़र सितंबर 2015 में संयुक्त राष्ट्र महासभा की उच्च स्तरीय बैठक में एजेंडा 2030 के अंतर्गत 17 सतत विकास लक्ष्यों को रखा गया, जिसे भारत सहित 193 देशों ने स्वीकार किया। इन लक्ष्यों में सतत विकास लक्ष्य 5 के अंतर्गत लैंगिक समानता के विषय को भी शामिल किया गया है।
वहीं सहायक प्राध्यापक राजेश पांडेय ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में लैंगिक संतुलन तथा उसके वर्तमान स्थिति पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि हमारे समाज के विकास के लिये लैंगिक समानता अति आवश्यक है। महिला और पुरुष समाज के मूल आधार हैं। सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक प्रगति के बावजूद वर्तमान भारतीय समाज में पितृसत्तात्मक मानसिकता व्याप्त है। इसके कारण महिलाओं को आज भी एक ज़िम्मेदारी समझा जाता है। महिलाओं को सामाजिक और पारिवारिक रुढ़ियों के कारण विकास के कम अवसर मिलते हैं, जिससे उनके व्यक्तित्व का पूर्ण विकास नहीं हो पाता है।
मंच संचालन सहायक प्राध्यापक डॉ. संजीव कुमार व राजेश पांडेय ने संयुक्त रूप से किया। मौके पर डॉ. संजीव कुमार, राजेश पांडेय, मो. सेराज, विनोद यादव, सैयद खुर्शीद अली, अनिल कुमार, मनोज कुमार, हरचरण सिंह, मिथलेश कुमार, श्रवण कुमार, शाहिद खान, संतु कुमार, गौरव कुमार, राजकुमार यादव, कुंदन कुमार, अंजलि सिंह, माधुरी कुमारी, रितु कुमारी, तबस्सुम परवीन, दीपा कुमारी, पवन यादव, प्रदीप कुमार, अवधेश कुमार, माधुरी कुमारी, काजल सिंह, उम्मे हबीबा आदि मौजूद थे।