पलामू। आपसी वर्चस्व, हथियार और पैसे के लिए आपस में लड़कर जान गंवाने वाले जेजेएमपी के जोनल कमांडर गणेश लोहरा और टॉप कमांडर संतोष यादव के शव का शनिवार को एमआरएमसीएच में पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव उनके परिजनों को सौंप दिया गया।
मृत उग्रवादियों में गणेश लोहरा पर झारखंड सरकार ने पांच लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था और वह पुलिस के समक्ष सरेंडर करने वाला था। संतोष यादव पर किसी तरह की कोई इनाम राशि घोषित नहीं थी।
उल्लेखनीय है कि पलामू जिले के पांकी थाना क्षेत्र के होटाई के जंगल में शुक्रवार की सुबह प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के उग्रवादी वर्चस्व, पैसे और हथियार के लिए आपस में भिड़ गए थे। गोलीबारी में दो उग्रवादियों की मौत हो गई थी जबकि कुछ उग्रवादियों को गोली लगी थी और वे मौके से जख्मी हालत में फरार हो गए थे। पांकी पुलिस ने घटना के तुरंत बाद मौके से संतोष यादव का शव बरामद किया था, जबकि जोनल कमांडर गणेश लोहरा का शव घटनास्थल से कुछ दूर बरामद हुआ। दोनों उग्रवादियों के मारे जाने की सूचना पर उनके परिजन शव लेने के लिए एमआरएमसीएच में पहुंचे।
दो नामजद समेत कई अज्ञात पर प्राथमिक
उग्रवादी संगठन जेजेएमपी की आपसी भिड़ंत मामले में दो नामजद समेत कई अज्ञात उग्रवादियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। उग्रवादी गणेश लोहार के पिता नारायण लोहार के फर्द बयान के आधार पर लेस्लीगंज थाने में प्राथमिक दर्ज की गई है। दर्ज प्राथमिक में जेजेएमपी के सब जोनल कमांडर छोटेलाल यादव और सुनेश उरांव के खिलाफ नामजद जबकि कई अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। दर्ज एफआईआर में आईपीसी की धारा 302, 27 आर्म्स एक्ट लगाई गई है।
जिले की एसपी रिष्मा रमेशन ने बताया कि मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और आगे की जांच की जा रही है। इलाके में अभी भी सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
तीसरे शव की तलाश तेज
आपसी भिड़ंत के बाद उग्रवादियों के शव लगातार खोजे जा रहे हैं। दो उग्रवादियों के शव बरामद होने के बाद तीसरे शव की तलाश में पुलिस जुटी हुई है। पुलिस ने घटनास्थल से एके-47 के एक दर्जन से अधिक खोखे बरामद किए हैं, जबकि घटनास्थल पर खून के छींटे बिखरे हुए थे। पुलिस को जानकारी मिली है कि इस घटना में एक और उग्रवादी मारा गया है और उसका शव अब तक नहीं मिला है। इसके लिए सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
गणेश लोहरा और संतोष के मारे जाने से जेजेएमपी को तगड़ा झटका
आपसी भिड़ंत में संतोष और गणेश के मारे जाने के बाद जेजेएमपी उग्रवादी संगठन को तगड़ा झटका लगा है। दोनों उग्रवादियों का लंबा नक्सल इतिहास रहा है। दोनों एक-एक दशक से नक्सल गतिविधियों में शामिल रहे थे। गणेश लोहरा जहां पांकी थाना क्षेत्र के ताल का रहने वाला था, वहीं संतोष गढ़वा के रमकंडा थाना क्षेत्र के मंगराही का रहने वाला था।