नई दिल्ली। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कुमारी प्रतिमा भौमिक ने डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर (डीएआईसी) में सोमवार को पांच परिवर्तनकारी कार्यक्रमों का अनावरण किया। इसके जरिये दिव्यांगजनों के जीवन को संवारने के उद्देश्य से जमीनी पहल की शुरुआत की गई है ।
पांच कार्यक्रमों के तहत दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग ने बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर कार्यक्रम के तहत यूनिवर्सल ऐक्सेसिबिलिटी पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए काउंसिल ऑफ आर्किटेक्चर (सीओए) के साथ करार किया है। आर्किटेक्ट एवं सिविल इंजीनियरों के लिए एक प्रमाणित पाठ्यक्रम तैयार किया जाएगा, जो उन्हें मौजूदा परिवेश में एक्सेसिबिलिटी ऑडिट करने संबंधी कौशल सिखाएगा। इसके साथ अनुसंधान उद्देश्यों के लिए यूनिक डिसैबिलिटी आईडी (यूडीआईडी) पोर्टल के जरिये दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग द्वारा गुमनाम डेटा को जारी करना है।
तीसरे कार्यक्रम के तहत दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग ने पीएम दक्ष-डीईपीडब्ल्यूडी पोर्टल शुरू किया है। यह एक व्यापक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसे दिव्यांगजनों को कौशल प्रशिक्षण एवं रोजगार के अवसर तलाशने में सशक्त बनाने के लिए डिजाइन किया गया है। यह पोर्टल यूडीआईडी के जरिये निर्बाध पंजीकरण, स्थान आधारित कौशल प्रशिक्षण विकल्पों तक पहुंच, पूरे भारत से रोजगार को सूचीबद्ध करने की एक व्यापक श्रृंखला और सुगम प्रशासनिक प्रक्रियाएं प्रदान करता है। भविष्य में पीएम दक्ष-डीईपीडब्ल्यूडी पोर्टल पर दिव्यांगजनों के लिए 25,000 रिक्तियों को शामिल करने का प्रयास कर रहा है।
चौथे कार्यक्रम के तहत दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग ने दिव्यांगजन अधिकारों से संबंधित भारत के सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों के प्रमुख फैसलों को एक पुस्तिका में संकलित किया है। यह दिव्यांग व्यक्तियों एवं इस क्षेत्र के हितधारकों के लिए एक मूल्यवान संदर्भ निर्देशिका के रूप में कार्य करती है।
पांचवे कार्यक्रम के तहत दिव्यांगजनों के लिए मुख्य आयुक्त (सीसीपीडी) ने दिव्यांग व्यक्तियों की शिकायतों को निपटाने के लिए एक अत्याधुनिक ऐप्लिकेशन का उपयोग शुरू किया है। इससे पूरी प्रक्रिया सुव्यवस्थित, कागज रहित एवं कुशल होगी। इसकी मुख्य विशेषताओं में निर्बाध ऑनलाइन शिकायत दर्ज करना, स्वचालित रिमाइंडर और सुनवाई सरल प्रक्रिया शामिल हैं।
इस अवसर पर राज्य मंत्री कुमारी प्रतिमा भौमिक ने इस प्रयास की सराहना की और कहा कि दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग का पोर्टल पीएम दक्ष कौशल प्रशिक्षण एवं रोजगार के अवसर तलाशने वाले दिव्यांग व्यक्तियों के लिए एक व्यापक डिजिटल प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करेगा। यह यूडीआईडी के जरिये निर्बाध पंजीकरण, स्थान आधारित कौशल प्रशिक्षण विकल्प, पूरे भारत से रोजगार को सूचीबद्ध करना और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सुगम बनाने की सुविधा प्रदान करता है। इस प्लेटफॉर्म पर एक ही जगह देश भर के दिव्यांगजनों को विभिन्न कंपनियों से रोजगार के अवसर मिल जाएंगे। यह पहल प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण यानी ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ के अनुरूप है।