रामगढ़। डीएमएफटी खाते से अवैध तरीके से निकली 32.21 लाख रुपए बैंक जल्द ही लौट आएगा। यह जानकारी डीसी चंदन कुमार ने दी। शुक्रवार को उन्होंने बताया कि डीएमएफटी खाते से निकाल गई रकम बैंक की लापरवाही का नतीजा है। बैंक ने जो ओरिजिनल चेक जारी किया था, वह डीएमएफटी के कार्यालय में ही मौजूद है। इसके बावजूद आप चेक से कितनी बड़ी रकम की निकासी होना बेहद संदेहास्पद है। उन्होंने बताया कि वह पैसा बैंक को लौटाना पड़ेगा। इस विषय पर बैंक प्रबंधक से उनकी बात भी हुई है। वह इस रकम की भरपाई इंश्योरेंस से करेंगे।
नॉर्थ ईस्ट के कई बैंकों में भंजाए गए थे चेक
डीसी ने बताया कि डीएमएफटी फंड के खाते की निकासी के लिए बेहद सोची समझी साजिश के तहत यह फर्जीवाड़ा किया गया है। अभी तक जितनी जांच हुई है, उसमें यह पाया गया है कि जिन चार लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है, उन लोगों को कभी भी डीएमएफटी फंड से भुगतान नहीं हुआ है। इसके अलावा नॉर्थ ईस्ट में मौजूद येस बैंक, केनरा बैंक, एक्सिस बैंक और यूनियन बैंक के जिन शाखों में क्लोन किया गया चेक भंजाया गया है, वहां भी कभी भी डीएमएफटी फंड से भुगतान नहीं हुआ है। जिस तरीके से साइबर क्रिमिनल्स ने चेक में जिस साइन का इस्तेमाल किया है वह भी पूरी तरीके से फर्जी है।
चेक क्लोन कर राशि निकालना एक स्कैम की तरफ कर रहा इशारा
डीसी ने कहा कि जिस तरीके से चेक क्लोन कर राशि बैंक खाते से निकल जा रही है, यह एक स्कैम की तरफ इशारा कर रहा है। बैंक अधिकारी अगर इस मामले में अपराधियों को पकड़ नहीं पा रहे हैं, तो यह बेहद चिंता जनक है। बैंक अधिकारियों को अपने सिस्टम को और अधिक मजबूत करना होगा और हर भुगतान से पहले उन्हें इस बात का ध्यान रखना होगा कि कहीं कोई गलत ट्रांजैक्शन तो नहीं हो रहा है।