कोडरमा। सदर अस्पताल में ऑपरेशन करने के एवज में चिकित्सक के द्वारा पैसे लिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। बताते चले कि 45 वर्षीय मो. मुस्तकीम अंसारी पिता जुमंन मियां पुरनाडीह डोमचांच निवासी को सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया जाता है। उक्त घटना में मो. मुस्तकीम अंसारी दोनों हाथ में गंभीर चोट आई थी, जिसका ऑपरेशन हड्डी रोग चिकित्सक डॉ. धनंजय कुमार के द्वारा किया जाता है और फिर अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है।
ऑपरेशन से पहले चिकित्सक के निजी स्टाफ ने मरीज के परिजन से लिए 5 हजार रुपए
घायल मरीज के परिजन शमशाद अंसारी के द्वारा जानकारी दिया गया कि हाथ के ऑपरेशन के एवज में डॉ. धनंजय कुमार के पमपम नामक स्टाफ के द्वारा लगातार पैसे की मांग की जा रही थी। उनका कहना था कि सदर अस्पताल में व्यवस्था नहीं है, इसलिए कुछ सामान बाहर से लाना पड़ेगा, जिसके लिए आपको 12 हजार रूपये देना होगा। मैं गिड़गिड़ाया बहुत मिन्नतें की हाथ जोड़ा तो 5 हजार में बात तय हुई और फिर मंगलवार की दोपहर बताए गए पे-फोन नंबर पर 5 हजार रुपये भेज कर उक्त स्टाफ को स्क्रीनशॉट भेज दिया। जिसके बाद शाम करीब 5ः00 बजे ऑपरेशन किया गया।
मरीज के परिजनों से पैसे मांगते पकड़ा गया पमपम गुरुवार को ही अस्पताल प्रबंधन को डॉ. धनंजय कुमार के निजी क्लिनिक के स्टाफ पमपम के द्वारा ऑपरेशन के एवज में मरीज के परिजन से पैसे मांगने की बात पता चली। जिसके बाद अस्पताल में मौजूद गार्ड के द्वारा उक्त स्टाफ को पकड़ लिया जाता है और फिर उसे कोडरमा पुलिस के हवाले कर दिया जाता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार थाने को किसी प्रकार की शिकायत नहीं मिलने पर स्टाफ पमपम को कोडरमा थाने से छोड़ दिया जाता है। जो कि डॉ. धनंजय कुमार के निजी क्लीनिक का स्टाफ था और अवैध वसूली का काम सदर अस्पताल में बराबर कर रहा था।
क्या कहते हैं डॉ. धनंजय कुमार
डॉ. धनंजय कुमार का कहना है कि पमपम नामक व्यक्ति जो कि करीब 20 दिनों से मेरे निजी क्लीनिक में कार्य कर रहा था, जिसके द्वारा पे-फोन पर पैसा मंगाया गया था और वह पैसा पमपम ले चुका है। उन्होंने बताया कि पैसे मांगने की बात सामने आई थी। जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन के द्वारा उसे पुलिस को भी सुपूर्द किया गया था और मैंने भी उसे अपने क्लीनिक से निकाल दिया।
डीएस ने क्या कहा
सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. रंजीत कुमार का कहना है कि पैसे की लेनदेन का मामला सामने आने पर एक व्यक्ति को पकड़ा गया था और उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया था। जब उनसे 5 हज़ार रुपये ऑपरेशन के एवज़ में लिये जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इसकी जांच की जा रही है।