जमशेदपुर। आजसू पार्टी के अध्यक्ष सुदेश महतो ने कहा है कि झारखंड के माटी पुत्र वीर शहीदों का कर्ज वर्तमान पर है। यह कर्ज उतारना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। निर्मल महतो की हत्या का सूत्रधार कौन हैं, इसे झारखंड जानना चाहता है। इसका पटाक्षेप होना चाहिए।
महतो मंगलवार को निर्मल महतो के शहादत दिवस पर जमशेदपुर में आयोजित आजसू की ‘निर्मल महतो संकल्प यात्रा’ को संबोधित कर रहे थे। बोधि मैदान (राजेंद्र विद्यालय) से निकली यह यात्रा निर्मल महतो समाधि स्थल उलियान तक गई। इस यात्रा में राज्य के अलग-अलग जगहों से पहुंचे पार्टी के कई नेता और हजारों युवा शामिल हुए। सुदेश महतो की अगुवाई में सभी लोगों ने निर्मल महतो को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
सुदेश ने कहा कि निर्मल दा के साहस, मूल्य, आदर्श और विचार हमारे अंतर्मन में हमेशा के लिए बसे होते हैं। आजसू का गठन निर्मल दा की दुर द्ष्टि और सोच का ही परिणाम था। दरअसल वे जानते थे कि झारखंड आंदोलन को लक्ष्य तक कौन पहुंचा सकता है। वीर निर्मल ने भाषा, संस्कृति, विचार, अस्मिता की रक्षा के साथ शोषण विहीन अलग प्रदेश की कल्पना की थी। अलग राज्य बना, पर शहीद के सपनों का झारखंड अधूरा है। उन्होंने कहा कि अभी समर शेष है।
मौजूदा पीढ़ी और खासकर युवाओं का दायित्व है कि शहीद के अरमानों और राज्य गठन के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए संघर्ष पथ चलते हुए इसे अंजाम तक पहुंचाएं। इसके अलावा संकल्प यात्रा में पूर्व मंत्री रामचंद सहिस, विधायक डॉ लंबोदर महतो, पूर्व मंत्री उमाकांत रजक, डॉ देवशरण भगत, हरेलाल महतो, गौतम सिंह सहित कई नेताओं ने भी संबोधित किया।