कोडरमा। विधानसभा चुनाव की डुगडुगी बजते ही प्रशासनिक गतिविधियां तेज हो गयी। वहीं बुधवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त मेघा भारद्वाज की अध्यक्षता में विभिन्न कोषांगों, राजनैतिक दलों व कमिटियों की बैठक की गयी, जिसमे कई आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया गया।
वहीं स्टैंडिंग कमिटी की बैठक के दौरान उपायुक्त ने कमिटी के सदस्यों व राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों को जानकारी देते हुए बताया कि विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही जिले में आदर्श आचार संहिता लागू हो गया है, उन्होंने राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों को आदर्श आचार संहिता की जानकारी दी, साथ ही पूरे चुनाव के दौरान क्या करें और क्या नही करें, इस पर विस्तृत जानकारी दिया गया, चुनाव के दौरान दलों के प्रतिनिधियों को क्या करें और क्या नही करें, इस पर विस्तार से जानकारी दिया गया। वहीं उपायुक्त ने कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के 72 घंटे के अंदर निजी सम्पति पर दलों के द्वारा लगाए गए बैनर, पोस्टर, दीवार लेखन आदि को हटा लें।
डीसी ने कहा कि मकान मालिक और निजी संपति पर दलों के प्रतिनिधियों द्वारा लगाए गए बैनर, पोस्टर, होर्डिंग्स आदि को जल्द से जल्द हटा लें, हालांकि उन्होंने यह भी कहा की मकान मालिकों द्वारा अनुमति प्राप्त स्थानों पर पार्टी या व्यक्ति के द्वारा झंडा, बैनर, पोस्टर आदि को लगाया जा सकता है। वहीं उपायुक्त ने कहा कि प्रत्याशियों के नाम वापसी की तिथि के बाद पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक के आवास पर झंडा विहित रीति का अनुसरण करते हुए लगाया जा सकता है तथा इसमे होने वाले खर्च को उम्मीदवार के चुनावी व्यय के खाते में शामिल किया जाएगा।
बिना अनुमति के वाहन में नही लगाया जा सकता है झंडा
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार पार्टी कार्यकर्ता/ समर्थकों के आवास पर किसी पार्टी या उम्मीदवार के केवल तीन झंडे ही इस्तेमाल किया जा सकता है, साथ ही वाहनों पर बिना अनुमति के झंडा बैनर नही लगाया जा सकता है।
प्रचार सामाग्री का एमसीएमसी कमिटी से प्रमाण लेना अनिवार्य
दलों के प्रतिनिधियों को चुनाव आयोग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार चुनाव प्रचार से सम्बंधित विज्ञापनों, बैनर, पोस्टर समेत अन्य प्रकाशित की जाने वाली सामाग्रियों के लिए एमसीएमसी कमिटी से प्रमाणित कराकर अनुमति प्राप्त करना होगा। मौके पर उपायुक्त के अलावे डीडीसी ऋतुराज, एसडीओ रिया सिंह, जिला उपनिर्वाचन पदाधिकारी प्रिंस गोडविन कुजूर, एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह, विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि आदि मौजूद थे।