रांची। अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय नेता अवधेश कुमार ने कहा कि आगे और बड़े संघर्ष के संकल्प के साथ मजदूरों एवं किसानों का तीन दिवसीय महापड़ाव मंगलवार को संपन्न हो गया।
उन्होंने कहा कि देश के आम जनता के जीवन और आजीविका के साथ-साथ जनता के लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष, सद्भावपूर्ण जीवन पर केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ किसान-मजदूर के संयुक्त बैनर तले 26 से 28 नवम्बर तक राजभवन के समक्ष तीन दिवसीय महापड़ाव कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
कुमार ने कहा कि मजदूर विरोधी लेबर संहिताओं को समाप्त करने, किसानों के लिए वैधानिक एमएसपी सुनिश्चित करने , विनिवेश और एनएमपी के प्रयासों को समाप्त करने, बिजली संशोधन विधेयक और नई शिक्षा नीति वापस करने, अनौपचारिक क्षेत्र के कामगार , ठेकेदार कामगार और स्कीम वर्करों के लिए कानूनी तथा सामाजिक सुरक्षा , समान काम के लिए समान वेतन, शहरी क्षेत्रों के लिए रोजगार गारंटी तथा मनरेगा की मजबूतीकरण सुनिश्चित करने, पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने, पेट्रोलियम उत्पादों पर उत्पाद शुल्क कम करने सहित अन्य मांगों को लेकर प्रचार चलाया गया ।
किसान सभा के महासचिव सुरजीत सिन्हा ने कहा कि राजभवन रांची के समक्ष आयोजित महापड़ाव कार्यक्रम में किसानों के अलावा , कोयला, इस्पात, तांबा, बॉक्साइट माईका, इंजीनियरिंग, अभ्रक, विद्युत, परिवहन, निर्माण, सेल्स प्रमोशन, बीड़ी उद्योग, सहित बड़ी संख्या में परियोजना कर्मी, गिग वर्कर , ठेका एवं आउटसोर्सिंग मजदूर शामिल हुए।