झरिया। झरिया प्रेस कलब में दिवंगत रणजीत कुमार सिंह के पांचवी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन उनके साथी मुना खान के अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। जिसमे मुख्य अतिथि झरिया के पुलिस निरीक्षक संतोष कुमार सिंह विशिष्ट अतिथि समाज सेवि प्रेम बच्चन उपस्थित हुए। कार्यक्रम की शुरूआत में रणजीत सिंह के फोटो पर अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित तथा पुष्य अर्पित कर दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि झरिया के युवाओं के लिए स्वर्गीय रंजीत सिंह प्रेरणास्रोत थे।
झरिया आर एस पी कॉलेज को बचाने की लड़ाई लड़ी आंदोलन किया। रंजीत सिंह के साथी व उनके हत्याकांड के मुख्य गवाह रहे मुन्ना खान ने कहा कि अगर रंजीत सिंह के समय अगर प्रिंस खान पर शिकंजा कसा जाता तो आज यह दिन देखना नही पड़ता। प्रिंस खान जैसा चिंदी चोर आज गेंगस्टर बनकर खड़ा है अगर उसी समय कार्रवाई होता तो हर वर्ग चैन की साँसे ले रहा होता। प्रशासन से अभी भी समय है धनबाद जिला के वासियों को आप बचा लीजिये। उसे अरेस्ट कीजिए। भले ही आज प्रिंस खान भागा हुआ है लेकिन उसके सहयोगी आज भी खुले आम घूम रहे है। उनपर जल्द से जल्द कार्रवाई कर अपराधियों को हवालात के पीछे डालने का काम प्रशासन को करना चाहिए। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में मुख्य रूप से बिनोद पासवान संजय सिंह रणजीत गुप्रा, अशोक मालाकर, राकेश सिंह, मनोज सिंह, अमित नोनियां, याकिब रजा समेत कई लोग मौजूद रहे।
क्या था पूरा मामला:
झारखंड विकास मोर्चा के संगठन झारखंड विकास युवा मोर्चा के धनबाद जिला अध्यक्ष रंजीत सिंह की 21 अगस्त 2018 को गोंदूडीह ओपी क्षेत्र में कुसुंडा रेलवे फाटक के पास गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। दो पल्सर पर सवार चार अपराधियों ने शाम करीब छह बजे वारदात को अंजाम दिया। इस हत्या से पूरे कोयलांचल में सनसनी फैल गई थी। रंजीत सिंह जेवीएम के झरिया नगर अध्यक्ष मुन्ना खान के साथ अपनी जेएच 10 एजे-9990 नंबर की स्वीफ्ट कार से साढ़े चार बजे के करीब कुसुंडा साइडिंग गए थे। वहां वे बीकेबी नामक आउटसोर्सिग कंपनी का रेल रैक में कोयले की लोडिंग का काम देख रहे थे। शाम छह बजे के करीब साइडिंग से घर लौट रहे थे।
कार झरिया निवासी मुन्ना खान ड्राइव कर रहा था। दो पल्सर पर सवार चार अपराधी साइडिंग से ही उनका पीछा कर रहे थे। रास्ते में हत्यारों ने रंजीत सिंह की कार को ओवरटेक करने की कोशिश की। अनहोनी की आशंका पर मुन्ना कार भगाने लगा परंतु कुसुंडा रेलवे फाटक के पास जैसे ही कार धीमी हुई, दो पल्सर बाइक पर सवार चार अपराधियों ने कार को आगे से घेरकर ताबड़तोड़ फाय¨रग शुरू कर दी। रंजीत सिंह को जहां तीन गोलियां लगी वहीं एक गोली मुन्ना के जबड़े को छेद करते हुए बाहर निकल गई। स्थानीय लोगों ने गंभीर रूप से जख्मी रंजीत व मुन्ना को अशर्फी अस्पताल पहुंचाया परंतु रास्ते में ही रंजीत की मौत हो गई थी।