मिजोरम: मिजोरम के आइजोल जिले में पत्थर की खदान खिसकने की वजह से मलबे में दबकर कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई। यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है। जानकारी के मुताबिक कई लोग अभी मलबे में फंसे हैं। जानकारी मिलने के बाद तुरंत राहत और बचाव का काम शुरू किया गया है। हालांकि यहां भारी बारिश और लैंडस्लाइड की वजह से राहत-बचाव के काम में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
पुलिस के मुताबिक शहर के दक्षिण में मेल्थम और हिलमेन इलाके में सुबह 6 बजे की घटना है। सोमवार से ही हो रही भारी बारिश के बीच पत्थर की खदान ढह गई। वहीं राज्य में नदियों का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। मलबे के चपेट में आने से कई घर भी ढह गए हैं। बताया गया कि जिन 10 शवों को निकाला गया है उनमें से 6 मिजोरम के नहीं हैं। दो साल पहले भी मिजोरम में इस तरह का हादसा हुआ था। हनथियाल जिले में नवंबर 2022 में एक पत्थऱ की खदान ढह गई थी। इसमें पत्थरों के तले दबकर 12 मजदूरों की मौत हो गई थी।
बता दें कि आइजोल में भारी बारिश की वजह से स्कूल और कॉलेज पहले ही बंद कर दिए गए थे। इसके अलावा सरकारी कर्मचारियों को भी घर से ही काम करने की सलाह दी गई थी। भूस्खलन की वजह से कई जगहों पर हाइवे और सड़क यातायात प्रभावित हुआ है। हुंथर में राष्ट्रीय राजमार्ग 6 पर भूस्खलन की वजह से आइजोल का संपर्क बाकी देश से कट गया है।
चक्रवात रेमल का असर
बताया जा रहा है चक्रवात रेमल के असर की वजह से मिजोरम में भारी बारिश हो रही है। रविवार रात पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश से सटे तट पर तूफान ने लैंडफाल किया था। इसके बाद पश्चिम बंगाल, असम, मिजोरम समेत कई राज्यों में इसका असर देखा गया। कई जगहों पर तेज हवा और बारिश की वजह से बड़े-बड़े पेड़ भी धराशायी हो गए।