Jharkhand News,Easter Sunday 2025: पूरे विश्व की तरह धनबाद में भी ईसाई समुदाय ने रविवार को ईस्टर संडे की खुशी पूरे श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई। यह पर्व प्रभु यीशु मसीह के पुनरुत्थान की याद में हर साल मनाया जाता है, जिसे मसीही धर्म का सबसे पवित्र त्योहार माना जाता है।
स्थानीय संत अंथोनी चर्च, धनबाद में सुबह विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। लोगों ने आपस में गले मिलकर और हाथ मिलाकर “हैप्पी ईस्टर” की शुभकामनाएं दीं। चर्च में विशेष सजावट की गई थी और वातावरण भक्ति एवं आध्यात्मिकता से परिपूर्ण था।
फादर अमातुस कुजूर का प्रेरणादायक संदेश
सभा के दौरान फादर अमातुस कुजूर ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा,
“ईस्टर प्रभु यीशु के पुनरुत्थान का पर्व है, जिसका शाब्दिक अर्थ है ‘फिर से उठना’। यह पर्व हमें सिखाता है कि जीवन में चाहे कितनी भी मुश्किलें क्यों न आएं, हमें हर बार फिर से खड़ा होना है, जैसे यीशु मृत्यु को पराजित कर पुनर्जीवित हुए।“
उन्होंने आगे कहा कि मृत्यु सिर्फ शारीरिक नहीं होती, बल्कि वह हर बुरी आदत, पाप या कमजोरी भी होती है जिससे हमें उबरना होता है। ईस्टर हमें एक **नवजीवन, आशा और आत्मशुद्धि का संदेश** देता है।
क्यों खास है ईस्टर?
– यीशु मसीह का पुनरुत्थान – मसीही विश्वास का मूल आधार
– आशा और नई शुरुआत का प्रतीक
– त्याग, प्रेम और क्षमा का संदेश
धनबाद में कई अन्य चर्चों में भी ईस्टर संडे की विशेष आराधना, मोमबत्ती जलाकर प्रभु का स्वागत, और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। बच्चों के लिए ईस्टर एग हंट जैसे गेम्स का आयोजन भी हुआ।