कोडरमा। माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी का राज्य सचिवमंडल प्रसिद्ध अर्थशास्त्री, जन विज्ञान आंदोलन के संगठनकर्ता, झारखंड के जाने-माने आर्थिक विशेषज्ञ और विनोबा भावे विश्वविद्यालय के पूर्व उप कुलपति डाॅ. रमेश शरण के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। ज्ञात हो कि अचानक बीमार पड़ने और ईलाज के दौरान सोमवार की रात्रि कोलकाता के एक अस्पताल में उनका निधन हो गया।
शोक प्रकट करते हुए सीपीएम के राज्य सचिवमंडल सदस्य संजय पासवान ने कहा कि डाॅ. रमेश शरण रांची विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के प्राध्यापक भी रहे थे, उन्होंने झारखंड की ग्रामीण अर्थव्यवस्था और उस अर्थव्यवस्था में आदिवासियों की परंपरागत भूमिका पर विशेष अध्ययन कर कई पुस्तकें भी लिखीं थी। वे जन विज्ञान आंदोलन के एक सक्रिय नेतृत्वकर्ता और झारखंड साइंस फोरम के अध्यक्ष भी थे। उन्होंने राज्य में डायन प्रथा और विभिन्न प्रकार के अंधविश्वासों के खिलाफ छात्रों और जन विज्ञान कार्यकताओं की एक टीम बनाकर सुदूर गांवों में लगातार अभियान चलाया था, उनके निधन से झारखंड में जन विज्ञान आंदोलन को भारी क्षति हुई है।
सीपीएम का राज्य सचिवमंडल उनके निधन पर गहरा दुःख व्यक्त करता है। साथ ही उनके परिवार को शोक संवेदना प्रेषित करता है।