कोडरमा। समाहरणालय में प्रतिनियुक्त चैकीदार सुरेंद्र पासवान के द्वारा जहर खा कर आत्महत्या करने के मामले को लेकर शनिवार को सदर अस्पताल में दिनभर परिजनों और ग्रामीणों की भीड़ लगी रही। वहीं दोपहर को एसडीओ रिया सिंह और एसडीपीओ जीतवाहन उरांव सदर अस्पताल पोस्टमार्टम हाउस के समीप पहुंचे और घटना की जांच के साथ नियमानुसार हर सम्भव विभागीय मदद देने, दाह संस्कार के लिए अंचल कार्यालय से आर्थिक मदद देने का आश्वासन दिया गया। जिसके बाद परिजनों ने शव को लेकर खोरकोटा चले गए।
गौरतलब हो कि समाहरणालय में प्रतिनियुक्त चैकीदार सुरेंद्र पासवान को तीन माह से वेतन नही मिलने के कारण वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा था, आरोप है की बीते शुक्रवार को सुरेंद्र वेतन के सिलसिले में सामान्य शाखा के पदाधिकारी से मिला था, परन्तु प्रशाखा पदाधिकारी द्वारा आवंटन पर हस्ताक्षर नही कर उसे प्रताड़ित किया, जिससे परेशान होकर सुरेंद्र पासवान कार्यालय में ही जहर खा लिया, बाद में तबियत बिगड़ने के बाद उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां उसकी गम्भीर स्थिति को देखते हुए रिम्स रेफर कर दिया गया। वहीं रांची जाने के दौरान रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी।
एसडीओ ने कहा घटना काफी दुखदायी है, मामले की जांच के लिए कमिटी गठन किया गया है
एसडीओ रिया सिंह ने मृतक के परिजनों और ग्रामीणों से कहा कि घटना काफी दुखदायी है, लेकिन वेतन भुगतान में लापरवाही नही हुई है, फिर भी मामले की जांच के लिए उपायुक्त के निर्देश पर कमिटी का गठन किया गया है। जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके विरुद्ध विधि सम्वत कार्रवाई की जाएगी।
मृतक के पत्नी से थाना में दिया आवेदन, प्रशाखा पदाधिकारी पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोप
घटना को लेकर मृतक चैकीदार सुरेंद्र पासवान की पत्नी मुनिया देवी ने कोडरमा थाना में आवेदन दिया है, जिसमे उन्होंने कहा है कि मेरे पति को 2-3 माह से वेतन नही मिलने के कारण हमलोग आर्थिक तंगी में थे, वेतन भुगतान के लिए सरकार से राशि भी आ गया था, जब मेरे पति ने प्रभारी पदाधिकारी सामान्य शाखा सना उस्मानी से आवंटन के बारे में बात किये तो पदाधिकारी ने मेरे पति को प्रताड़ित किया, जिससे परेशान होकर मेरे पति ने बीते 27 सितंबर को कार्यालय में ही जहर खा लिया, तबियत बिगड़ने के बाद पति को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां उपचार के बाद उन्हें रिम्स रेफर कर दिया गया। वहीं रांची जाने के दौरान रास्ते में ही उनकी मौत हो गयी।
आवेदन में मुनिया देवी ने आरोप लगाया है कि उसके पति की मौत सामान्य शाखा के प्रभारी पदाधिकारी के द्वारा प्रताड़ित किये जाने से हुआ है। हालांकि आवेदन के आलोक में थाना में यूडी केस दर्ज किया गया, इस सम्बंध में थाना प्रभारी सुजित कुमार ने बताया कि फिलहाल यूडी केस दर्ज किया गया है, जांच के बाद जो मामले आएंगे, उसके अनुसार कांड में आवश्यक सुधार किया जाएगा।