धनबाद : पत्रकारों पर हमले के मामले में नामजद कांग्रेस नेताओं को आज अदालत से कोई राहत नहीं मिली। धनबाद के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश वीरेंद्र कुमार से तिवारी की अदालत ने पुलिस से केस डायरी (कांड दैनिकी) और जख्म प्रतिवेदन की मांग की है। आरोपियों की जमानत अर्जी पर सुनवाई के दौरान धनबाद बार एसोसिएशन के महासचिव जितेंद्र कुमार और अधिवक्ता अभय कुमार भट्ट ने इसका विरोध किया।
यह मामला 17 अप्रैल 2025 को पत्रकार मोहम्मद शाहिद की लिखित शिकायत पर दर्ज किया गया था। एफआईआर में कांग्रेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष राशिद रजा अंसारी, उनके बेटे सैफ अंसारी और कैफ अंसारी, भाई मन्नू अंसारी, शाहिद अंसारी और रफीजुल अंसारी को नामजद आरोपी बनाया गया है।
शिकायत के अनुसार, 16 अप्रैल को जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा हेराल्ड मामले को लेकर विरोध मार्च निकाला गया था। रणधीर वर्मा चौक पर पत्रकार और फोटोग्राफर कवरेज कर रहे थे। इसी दौरान आपसी झड़प में राशिद अंसारी के बेटों, भाइयों और अन्य समर्थकों ने पत्रकारों को धमकी दी और वीडियो बनाने से रोका। कई पत्रकारों के मोबाइल भी छीन लिए गए।
पत्रकार मोहम्मद शाहिद पर लोहे की पाइप और रॉड से जानलेवा हमला किया गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। पत्रकार नीरज कुमार, संजय कुमार और अजय प्रसाद से भी मारपीट की गई। आरोप है कि हमलावर गांधी सेवा सदन तक घुस आए और वहां भी पत्रकारों पर हमला किया।अब अदालत द्वारा केस डायरी और मेडिकल रिपोर्ट तलब करने के बाद ही जमानत पर अगली सुनवाई होगी। मामले ने पत्रकारिता की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।