नई दिल्ली। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य के राज्यपाल रघुबर दास को बुधवार को अपना इस्तीफा सौंप दिया। ओडिशा में लगातार ढाई दशक तक सत्तारूढ़ रहे पटनायक को विधानसभा चुनाव में भाजपा के हाथों बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। इस तरह से मुख्यमंत्री के रूप में नवीन पटनायक का 24 साल पुराना शासन समाप्त हो गया।
पटनायक आज सुबह राजभवन पहुंचे और राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा। ओडिशा की 147 सदस्यीय राज्य विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी ने 78 सीटें जीती हैं जबकि बीजू जनता दल को सिर्फ 51 सीटों से ही संतोष करना पड़ा है। भाजपा पहली बार अपने दम पर राज्य में सरकार बनाने जा रही है। वहीं राज्य की 21 लोकसभा सीटों में से 19 पर भाजपा ने जीत दर्ज की है।
उनकी राजनीतिक यात्रा 1998 के लोकसभा उपचुनाव में जीत के साथ शुरू हुई, जिसमें उन्होंने अपने पिता के निर्वाचन क्षेत्र अस्का का प्रतिनिधित्व किया। साल 2000 के विधानसभा चुनावों में बीजद की सफलता के बाद, भाजपा के साथ गठबंधन करके और बहुमत हासिल करके, पटनायक ने मुख्यमंत्री की भूमिका संभालने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल में अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
तब से वह सिक्किम के सीएम पवन कुमार चामलिंग के बाद दूसरे सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्री हैं।2024 के लोकसभा चुनावों की मतगणना मंगलवार को हुई। भारत के चुनाव आयोग के अनुसार, भाजपा ने 240 सीटें जीतीं जो 2019 की 303 सीटों की तुलना में बहुत कम है। दूसरी ओर, कांग्रेस ने 99 सीटें जीतकर मजबूत वृद्धि दर्ज की है।