झुमरीतिलैया (कोडरमा)। नगर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा विजयादशमी उत्सव मनाया गया। वहीं उत्सव की शुरुआत स्वयंसेवकों ने ब्लाॅक मैदान से पथ संचालन निकाला गाया, जो ब्लाॅक मैदान से झंडा चैक, ओवर ब्रिज, डाकघर, गांधी स्कूल रोड होते हुए कैलाश राय सरस्वती विद्या मंदिर पहुंचकर संपन्न हुई। वहीं संचलन के माध्यम से समाज को अनुशासन एवं कर्तव्य निष्ठा का उदाहरण पेश किया। इस दौरान समाज को संदेश दिया कि चाहे जिम्मेदारियां कितना भी हो लेकिन सामाजिक काम करने से पीछे नहीं रहना चाहिए।
रास्ते में विश्व हिंदू परिषद, दुर्गा वाहिनी, गायत्री शक्तिपीठ एवं अन्य संस्थाओं के द्वारा पुष्प वर्षा की गई। वहीं कैलाश राय सरस्वती विद्या मंदिर में बौद्धिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें महामंडलेश्वर सुखदेव दास जी महाराज ने कहा कि आरएसएस साल में 6 उत्सव मनाता है, विजयादशमी उसमें एक है। विजयदशमी के दिन राष्ट्र कि रक्षा के लिए हम संकल्प लेते हैं, संघ का कार्य सर्वत्र समाज में सेवा का भाव से किया जाता है। इसकी शाखाओं के माध्यम से व्यक्ति निर्माण का कार्य किया जा रहा है।
वहीं हजारीबाग के विभाग प्रचारक आशुतोष कुमार ने कहा कि संघ की स्थापना 1925 में हुई थी और आज यह वट वृक्ष के रूप में विभिन्न शाखों के माध्यम से व्यक्तित्व एवं चरित्र निर्माण का कार्य किया जाता है। विजयादशमी भक्ति और शक्ति का पर्व है। भगवान राम और श्री कृष्ण के चरित्र को जीवन में उतारने की जरूरत है। कार्यक्रम में मुख्य शिक्षक नकुल कुमार, ध्वज विशाल यदुवंशी ने ध्वज लगाया।
वहीं दिलीप सिंह ने सामूहिक गीत प्रस्तुत किया, अमृत वचन संकेत कुमार व एकल गीत मुकेश राणा तथा परिचय मनोज राणा के द्वारा किया गया। मौके पर डाॅ. रमण कुमार, राम अवतार केसरी, डाॅ. आर दीपक, पिं्रस राणा, रवि कुमार सुनील कुमार, राजेश केसरी, विजय राणा, पंकज बर्णवाल, अमित कुमार, दिवाकर कुमार, राजेश सिंह, प्रदीप सुमन, शिवलाल सिंह, मनोज चन्द्रवंशी, अखिल सिन्हा, सुषमा सुमन, सुनिती सेठ, संध्या आंचल समेत कई लोग मौजूद थे।