झुमरीतिलैया (कोडरमा)। कोडरमा प्रखंड अंतर्गत पंचायत भवन अंबाटांड में चाराडीह आजीविका महिला संकुल संगठन स्वलंबी सहकारी समिति लिमिटेड कलस्टर की वार्षिक आम सभा का आयोजन किया गया। इसमें पांच पंचायत डुमरडीहा, छतरबर, चाराडीह, बेकोबार उत्तरी व बेकोबार दक्षिणी के 18 गांव की 397 समूह से जुडी महिलाएं शामिल हुए। मौके पर जेएसएलपीएस द्वारा संचालित कार्यक्रमों के बारे में कोडरमा प्रखंड के सामुदायिक समन्वयक राजकुमार चैधरी ने कहा कि 380 समूह को सीसीएल (क्रेडिट से लिंकेज) करा दिया गया है। वहीं महिलाएं अब समूह में 15 हजार से 75 हजार रुपया एक प्रतिशत मासिक ब्याज पर स्वरोजगार शुरू कर सकती है। जिसमें मुर्गी पालन, डेयरी, बकरी पालन, आचार निर्माण, मशरूम उत्पादन आदि शामिल है। महिलाओं को प्रशिक्षण के लिए बीओआई द्वारा संचालित आरसेटी में प्रशिक्षण भी दिलाया जाता है।
वहीं ग्रामीण बैंक के सहायक मैनेजर सुमित कुमार ने केंद्र और राज्य संचालित योजना की जानकारी दी। कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व जिप अध्यक्ष शालिनी गुप्ता, मुखिया कन्हाई यादव, लक्ष्मण प्रसाद मंडल, उपमुखिया बलदेव रजक, सहायता समूह की अध्यक्ष पुष्पा कुमारी, सचिव अनीता देवी ने संयुक्त रूप से दीप प्रजवलित कर किया। वहीं कोषाध्यक्ष मालती कुमारी ने चाराडीह कलस्टर में जमा राशि के बारे में विस्तृत जानकारी दी। वहीं बतौर मुख्य अतिथि शालिनी गुप्ता ने कहा कि महिला स्वालंबी बन कर अपने घर से ही कार्य को अंजाम दे सकती है।
महिला सशक्तिकरण के तहत सरकार कई व्यवसाय से जोड़ने के लिए कई योजनाएं चला रही है। उन्होंने कहा कि महिलाएं अपनी शक्ति और योग्यता को पहचाने और ईमानदारी के साथ अपने कार्यों को अंजामन दें। वहीं मुखिया सहित अन्य वक्ताओं ने कहा कि महिला संगठित होकर किसी भी कार्य को बखूबी निभा सकती है। जरूरत है केवल उन्हें आगे बढ़ने की, मंच संचालन आशा कुमारी ने किया।