कोडरमा। माननीय झारखंड का उच्च न्यायालय एवं झारखंड राज्य विधिक सेवा रांची के निर्देश के आलोक में संविधान दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वाधान में व्यवहार न्यायालय परिसर में सभी न्यायिक पदाधिकारियों, न्यायालयकर्मियों द्वारा भारतीय संविधान की प्रस्तावना को सामूहिक रूप से पढ़ा गया तथा भारतीय संविधान को सर्वोच्च एवं अक्षुण्ण बनाएं रखने संकल्प लिया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व एवं मार्ग दर्शन कोडरमा के प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार वीरेंद्र कुमार तिवारी ने किया। वहीं उन्होंने संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा जिसे उपस्थित न्यायिक पदाधिकारियों, न्यायालयकर्मियों के द्वारा दोहराया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश वीरेंद्र कुमार तिवारी ने कहा कि देश के सभी नागरिकों को अपने-अपने अधिकारों एवं कर्तव्य के बीच समाज से स्थापित करते हुए अपने-अपने दायित्वों का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करने का संकल्प आज के दिन लेना चाहिए। यही संविधान दिवस की सबसे बड़ी सार्थकता होगी, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि किसी दिवस को बार-बार मनाने की प्रासंगिकता यह है कि हम उससे कुछ सीख लें। कार्यक्रम का संचालन न्यायालयकर्मी रंजीत कुमार सिंह ने किया।
मौके पर प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय सैयद सलीम फातमी, जिला जज प्रथम गुलाम हैदर, जिला जज चतुर्थ वैशाली श्रीवास्तव सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार अभिषेक प्रसाद, मुन्सिफ मो. दानिश नवाज नायक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी प्रशांत कुमार वर्मा एल.ए.डी.सी के उप मुख्य किरण, कुमारी राजेंद्र मंडल, अरुण कुमार ओझा, ललन कुमार चौधरी सहित न्यायालयकर्मी व पारा लीगल वॉलिंटियर्स मौजूद थे।