झुमरीतिलैया (कोडरमा)। आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण सखी को पुनः बहाल करने की मांग को लेकर संघर्ष तेज करने का संकल्प सोमवार को ब्लाॅक परिसर में बुद्धा पार्क के समीप पोषण सखी संघ की बैठक में लिया गया। बैठक की अध्यक्षता संघ की जिलाध्यक्ष गायत्री पासवान ने किया। वहीं निर्णय लिया गया कि विधानसभा के बजट सत्र के दौरान अन्य जिलों की पोषण सखियों के साथ आंदोलन किया जायेगा। साथ ही आगे की रणनीति बनाने को लेकर 4 मार्च को जिला स्तरीय बैठक करने का निर्णय लिया गया।
वहीं बैठक को संबोधित करते हुए सीटू के राज्य सचिव संजय पासवान ने कहा कि पिछले दिनों कुपोषण मिटाओ अभियान के तहत झारखंड के छह जिलों चतरा, धनबाद, दुमका, गोड्डा, गिरिडीह और कोडरमा के आंगनबाड़ी केंद्रों में 10388 पोषण सखी कार्यरत थी, जिन्हें केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा दिये जाने वाला केन्द्रीय फंड बंद कर दिए जाने के कारण एक झटके में दो वर्ष पूर्व झारखंड सरकार ने इन्हें काम से हटा दिया। नौकरी वापसी के लिए पोषण सखी लगातार गुहार लगा सड़क से न्यायालय तक संघर्ष कर रही है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
अपनी रोजगार वापसी के लिए दर दर भटक रही है। आज जब केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण लोगों को कमरतोड़ महंगाई से जीना मुश्किल हो गया है, रोजगार के दरवाजे बंद कर दिए गए हैं, ऐसे में चम्पई सोरेन सरकार को इन हजारों पोषण सखी की तकलीफ को समझना चाहिए और इनकी पुनः बहाली पर विचार किया जाना चाहिए। अगर सरकार ने इन पोषण सखियों की पुनः बहाली नहीं किया तो आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
बैठक में गायत्री पासवान, जरीना खातुन, रेखा कुमारी, कुमारी प्रतीमा, प्रियंका देवी, बेबी कुमारी, सरिता कुमारी, प्रीति कुमारी, शिल्पी देवी, सिमरन देवी आदि मौजूद थीं।