रामगढ़। रामगढ़ प्रखंड के सिरका वार्ड नंबर 17 भुली टोला में एक 72 वर्षीय बुजुर्ग की मौत पर सनसनी फैल गई। कुछ लोगों के द्वारा इस मौत को भूख से हुई मौत करार दिया गया और अफवाह फैला दी गई। यह बात फैली तो जिला प्रशासन के कान खड़े हो गए। जैसे ही यह सूचना रामगढ़ डीसी चंदन कुमार को मिली, उन्होंने तत्काल रामगढ़ प्रखंड विकास पदाधिकारी पूजा कुमारी को इसकी जांच करने का जिम्मा सौंप दिया। जांच अधिकारी जब उस स्थल पर पहुंचे तो वास्तविकता कुछ और ही नजर आई।
मृतक खीरू भुइंया की बहू कांति देवी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी पूजा कुमारी को बताया कि पिछले चार महीना से पूरा घर तनावपूर्ण स्थिति में चल रहा था। कांति देवी का पति दीपक भुइंया बलात्कार कांड में अभियुक्त था और वह होली के बाद ही जेल चला गया था। दीपक के पिता खीरू भुइंया को इस बात की चिंता थी कि अब उसके परिवार को कौन संभालेगा। दीपक इकलौता सख्त था जो पूरे परिवार को खिलाता था। दीपक के जेल जाने के बाद उसकी बहू कांति मजदूरी कर अपने घर को संभाल रही थी। साथ ही सरकार द्वारा मिले राशन से उनका घर चल रहा था। घर के इसी हालात ने उसे गहरी चिंता में डाल दिया जिसकी वजह से खीरू को चार दिन पहले लकवा मार गया। लकवा मारने के 1 दिन बाद ही 19 जून को उसकी मौत हो गई। 21 जून को यह अफवाह फैला दी गई की भूख से उसकी मौत हुई है।
कुछ दिन पहले सास की भी हो गया था निधन
कांति देवी ने बताया कि कुछ दिन पहले ही सास मुंद्री देवी का भी निधन हो गया था। अब कांति देवी छोटे चार बच्चों में सोनाली (10 ) , बबीता ( 8) , चांदनी कुमारी ( 10) , दीपांशु ( एक) को अकेले संभाल रही है। बच्चों की दिक्कत को देखकर बबीता की मौसी अपने घर ले गई।