नई दिल्ली: भारतीय किसान परिषद समेत कई किसान संगठन नए कृषि कानूनों के तहत उचित मुआवजा और लाभ की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे है । भारतीय किसान परिषद का मार्च आज से नोएडा से शुरू होगा, जबकि अन्य संगठन 6 दिसंबर को दिल्ली की ओर कूच करेंगे। पंजाब-हरियाणा सीमा पर मौजूद किसान भी इस प्रदर्शन में शामिल होंगे। नोएडा से दिल्ली में संसद भवन तक विरोध मार्च निकालेंगे, जहां शीतकालीन सत्र चल रहा है।
– किसानों के हल्लाबोल के देखते हुए दिल्ली बॉर्डर के आस-पास चार हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
– तीन लेयर की सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
– कई किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया।
– नोएडा पुलिस ने कहा कि किसी भी कीमत पर किसानों को दिल्ली जाने नहीं दिया जाएगा।
यमुना प्राधिकरण पर भी भारी पुलिस फोर्स तैनात है और बाकायदा बैरिकेडिंग की गई है।यमुना प्राधिकरण पर किसानों के ट्रैक्टरों का जमावड़ा लगा हुआ है, यहां से किसान अपने ट्रैक्टर पर सवार होकर दिल्ली के लिए कूच करेंगे। दिल्ली/बॉर्डर एरिया में चेकिंग की जा रही है, जिसमें ट्रैफिक धीमी गति से आगे बढ़ रहा है। मौजूदा वक्त में सभी रेड लाइट को ग्रीन कर दिया गया है।अब जगह-जगह जाम लगने लगा है।चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों की नजर है।
किसानों की 7 मांगें क्या हैं?
➤कानूनी गारंटी वाला न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP)
➤कृषि ऋण माफ
➤किसानों और कृषि मजदूरों के लिए पेंशन
➤पिछले विरोध प्रदर्शनों के दौरान दर्ज किए गए पुलिस मामलों को वापस लेना
➤2021 के लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए न्याय
➤भूमि अधिग्रहण अधिनियम, 2013 को बहाल करना
➤2020-21 के विरोध प्रदर्शनों के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा
18 फरवरी को हुई पिछली बातचीत में, केंद्र ने पांच साल के लिए दाल,मक्का और कपास जैसी फसलों को MSP पर खरीदने की पेशकश की थी। हालांकि,किसान नेताओं ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। पंढेर ने बातचीत रोकने के लिए सरकार की आलोचना की और कहा कि उन्होंने हमारे साथ बातचीत बंद कर दी है। कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग हमारे लिए स्वीकार्य नहीं है। हम फसलों के लिए MSP पर कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं। किसानों का अपनी मांगों पर लगातार जोर देना मौजूदा नीतियों और सरकार की प्रतिक्रिया से उनके असंतोष को रेखांकित करता है। जैसे-जैसे विरोध प्रदर्शन बढ़ रहे हैं,सभी की निगाहें दिल्ली पर टिकी हैं कि इन मांगों का समाधान कैसे किया जाएगा।