झुमरीतिलैया (कोडरमा)। अखिल भारतीय सिंदुरिया महासभा का 10वां जिला सम्मेलन सोमवार को अड्डी बंगला रोड स्थित महेश्वरी भवन में आयोजित हुआ. सम्मेलन का उद्घाटन उद्घाटनकर्ता विधायक डॉ. नीरा यादव, मुख्य अतिथि पूर्व जिप अध्यक्ष शालिनी गुप्ता, अतिविशिष्ट अतिथि समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष बुलु दास, प्रदेश अध्यक्ष कमलेश कुमार सिंदुरिया, स्थानीय अध्यक्ष शीतल दास, सचिव सुभाष कुमार गुप्ता, कोषाध्यक्ष सुनील कुमार गुप्ता ने संयुक्त रूप से किया. सम्मेलन को संबोधित करते विधायक नीरा यादव ने कहा कि सिंदुरिया समाज संस्कृति के प्रति एक अलग पहचान बनाई है.
समाज के लोग आज भी पूजन सामग्री की उपलब्धता को बरकरार रखे हुए हैं और एक-एक मोतियों की तरह समाज के लोगों को पिरोने का कार्य कर रहे हैं. वहीं पूर्व जिप अध्यक्ष शालिनी गुप्ता ने कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति में सिंदुरिया समाज का विशेष महत्व है. उन्होंने कहा कि यह समाज धर्म-कर्म और सामाजिक समरसता में अहम भूमिका निभा रहा है. आज के परिपेक्ष्य में प्रत्येक व्यक्तियों को अपनी संस्कृति के बारे में बताने की जरूरत है और ऐसे कार्यक्रमों से जहां बच्चे से लेकर महिलाएं अपने कलाओं को भी दिखाने का मौका मिलता है. उन्होंने समाज से अपील की कि बेटा-बेटी में समानता की भावना रखनी चाहिए. लड़कियों को वह सारे अवसर दिये जाने चाहिए जो लड़कों को दिये जाते हैं जिससे वह अपने व्यक्तित्व का संपूर्ण विकास कर सके. उन्होंने कहा कि बेटी है तो सृष्टि है. मुख्य वक्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष बुलु दास ने कहा कि संगठन को पंचायत से लेकर प्रदेशस्तर तक धारदार बनाने के साथ-साथ सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाना है.
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से आज तक सिंदुरिया का प्रतिनिधि को सरकार ने भागीदारी की शून्यता को शीघ्र उपलब्ध कराने के लिए दबाव बनाया जाएगा. सिंदुरिया समाज आज भी सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक एवं राजनीतिक स्थिति चिंतनीय है. बाल विवाह, दहेज प्रथा, नशामुक्त समाज, लड़का-लड़की शिक्षा में भेदभाव को मिटाने की जरूरत है. मौके पर शशिकांत दास, शंकर कुमार, सीताराम दास, धर्मराज प्रसाद, मुकेश गुप्ता, अजय गुप्ता, विश्वनाथ दास, शशिभूषण शरण, अशोक कुमार दास, शंकर गुप्ता, राजेश गुप्ता, आनंदी गुप्ता, रंजीत लाल, दीपक कुमार गुप्ता, संजय कुमार, बजरंगी प्रसाद गुप्ता, मनोज कुमार दास, लक्ष्मण कुमार दास, अजय गुप्ता, रवींद्र कुमार, विनोद कुमार दास, मुन्ना लाल, पवन कुमार, रंजीत कुमार गुप्ता, शीला देवी, सावित्री देवी, शोभा गुप्ता, बबीता देवी, उषा देवी, गुंजन कुमारी दास, रानी कुमारी, नेहा कुमारी, रौशन कुमारी, लक्ष्मी देवी, सरस्वती देवी, रुचिका कुमारी आदि उपस्थित थे।