कोडरमा। जिले की प्रसिद्ध महिला चिकित्सक डाॅ. प्रीति रानी तारा की प्रसव के बाद मौत हो गयी। डाॅ. प्रीति रानी तारा स्त्री रोग विशेषज्ञ व सर्जन थी। मिली जानकारी के अनुसार, डाॅ. प्रीति प्रसव के लिए झुमरीतिलैया के एक निजी क्लीनिक में भर्ती थी, मंगलवार को दो बजे उन्हें सर्जरी से एक बेटी हुई थी। मगर प्रसव के बाद देर शाम उनकी तबीयत बिगड़ने लगी, आनन-फानन में परिजनों ने उन्हें दूसरे निजी क्लीनिक में भर्ती कराया, जहां देर रात उनकी मौत हो गयी। वही डाॅ. प्रीति रानी के पति डाॅ. परिमल तारा ने फेसबुक वाॅल पर पोस्ट शेयर कर डाॅ. पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है।
डाॅ. अलंकृता मंडल ने क्या कहा
इस बारे में डाॅक्टर अलंकृता मंडल ने कहा कि मेरे यहां कोई लापरवाही नहीं बरती गई है, सब कुछ नार्मल था। डाॅ. परिमल और उनके नर्स वहीं मौजूद थे। हमलोग पूजा करने के लिए निकले ही थे कि मेरी नर्स का फोन आया कि डाॅ. प्रीति का आॅक्सीजन लेवल कम हो रहा है, लौट कर आने के बाद पता चला कि उनके ही नर्स ने डाॅ. प्रीति को इजेंक्शन लगाया। डाॅ. प्रीति ने कहा कि उन्हें इंबोलिजम हो गया है, यानि इंजेक्शन से एयर नहीं निकाले जाने से ऐसा होता है। उन्हें केयर होस्पिटल में शिफ्ट किया जाने लगा, तभी अटैक आ गया। वही अस्पताल में जाने के बाद एक अैटक और आ गया और वे चल बसीं।