मरकच्चो (कोडरमा)। आनंद मार्ग प्रचारक संघ कोडरमा के भुक्ति प्रधान विनोद कुमार साव की सुपुत्री सोनल कुमारी ग्राम जामू निवासी का आदर्श विवाह शिव शंकर मेहता के सुपुत्र अमरेश आनंद ग्राम अलौंजाखुर्द इचाक हजारीबाग के साथ बिना तिलक दहेज लिए, बिना जात-पात पूछे, अंधविश्वास पाखंड हटाते हुए आनंद मार्ग प्रचारक संघ के संस्थापक आनंदमूर्ति द्वारा लिखे गए चर्याचर्य के अनुसार संपन्न हुआ।
समाज में इस तरह के विवाह को लेकर काफी चर्चा है कि दोनों पक्ष में कोई लेनदेन नहीं हुआ, कोई जात-पात पूछा नहीं गया, जो आज के समय में समाज की सबसे बड़ी समस्या है। इस क्रांतिकारी विवाह में भाग लेने के लिए आनंद मार्गियों के साथ-साथ कई समाजसेवियों ने हिस्सा लिया। आदर्श विवाह कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 9 बजे से 3 तक बाबा नाम केवलम अखंड कीर्तन से भक्तिमय बना रहा। उसके बाद सुसज्जित सुव्यवस्थित बारातियों का आगमन शाम 6ः30 बजे हो गया, इनका अनुशासन देखने लायक था। विवाह में पुरोहित का कार्य लड़के की तरफ से आचार्य अनुराग आनंद अवधूत और लड़की पक्ष की तरफ से अवधुतिका विष्णु माया दीदी ने किया।
वहीं आचार्य नवतीतानंद अवधूत ने कहा कि जब मानव समाज खंड-खंड टुकड़ों में बट जाता है तब उसको फिर से ठीक करने के लिए महासंभूति का आगमन होता है और वे मानव समाज के साथ-साथ सृष्टि के सभी जीवों के कल्याण के लिए काम करते हैं। श्री श्री आनंदमूर्ति जी ने मानव समाज के कल्याण के लिए विप्लवी क्रांतिकारी विवाह की व्यवस्था दी है, जिसे मानव समाज फिर से एक होगा और सभी लोग एक दूसरे का दुख दर्द समझ कर आनंद की अनुभूति करेंगे।