झुमरीतिलैया (कोडरमा)। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के खिलाफ माले और सीपीएम ने प्रतिवाद मार्च निकाल झंडा चौक पर विरोध सभा किया। जिसका नेतृत्व माले के जिला सचिव राजेन्द्र मेहता, इब्राहिम अंसारी, सीपीएम के राज्य सचिवमंडल सदस्य संजय पासवान, रमेश प्रजापति और उदय द्विवेदी ने किया। मार्च में तानाशाही मोदी सरकार मुर्दाबाद, संघीय ढांचे पर हमला बंद करो, निर्वाचित सरकार को अपदस्थ करना बंद करो, संविधान और लोकतंत्र पर हमला बंद करो, हेमंत सोरेन को रिहा करो आदि नारे लगाए जा रहे थे।
वहीं माले जिला सचिव राजेन्द्र मेहता की अध्यक्षता में हुई सभा में वाम दलों के नेताओं ने कहा कि ईडी का दुरुपयोग कर निवर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी भाजपा द्वारा देश की संघीय व्यवस्था और लोकतंत्र पर सीधा हमला है। अब राज्य की वर्तमान राजनीतिक परिस्थिती में राज्यपाल की शक्तियां का दुरुपयोग से नए हमले की आशंका बढ़ गई है। भाजपा निर्लज्जता से ईडी और धन शक्ति का दुरुपयोग करते हुए झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार को गिराने में सफल नही हो सकी, क्योंकि गठबंधन के विधायक एकजुट रहे। झारखंड की जनता भाजपा की इस तानाशाही का माकुल जवाब देगी। हेमंत सोरेन का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद झामुमो, कांग्रेस, राजद गठबंधन के नए नेता चंपई सोरेन द्वारा सरकार गठन के लिए राज्यपाल के समक्ष बहुमत का समर्थन पत्र पेश किए। दावे पर राज्यपाल द्वारा त्वरित निर्णय नहीं लिए जाने से उत्पन्न राजनीतिक संकट चिंता की बात है।
वाम दलों का मानना है कि सरकार के गठन पर राज्यपाल वस्तुतः भाजपा की राजनीति से प्रेरित होकर काम कर रहे हैं। इस कारण निर्णय लेने में जानबूझ कर विलंब किया जा रहा हैं। इस अनिर्णय की स्थिति से राज्य में अराजकता का माहौल बन रहा है, साथ ही इससे हॉर्स ट्रेडिंग को बढ़ावा और अंततः राज्य की जनता का जनादेश के उल्लंघन का अलोकतांत्रिक खतरा पैदा हो रहा है वाम दलों के नेताओं ने कहा कि बिहार में ऐसा ही राजनीतिक परिस्थिती उत्पन्न होने पर राज्यपाल ने बहुमत के नेता द्वारा सरकार के गठन के लिए पेश किए गए दावे पर त्वरित सकारात्मक फैसला लिया था। इसलिए वाम दल राज्यपाल से उपरोक्त दावे पर यथाशीघ्र निर्णय लेने और राज्य में तुरंत सरकार गठन कर जनता के जनादेश का सम्मान करने की मांग करता है।
कार्यक्रम में आप नेता दामोदर यादव, सीपीएम के महेन्द्र तुरी, कांग्रेस नेता गालीब हुसैन, माले के मुन्ना यादव, विनोद पांडेय, तुलसी राणा, संदीप कुमार, असगर अंसारी, अशोक यादव, प्रकाश पासवान, विजय कुमार रजक, रोहित दास, राजेन्द्र साव, हकीम खान, नकुलदेव शर्मा, सीटू के शम्भु पासवान, कांग्रेस के अशरफ अली, मो मुशन सहित अन्य लोग शामिल थे।