–जुलूस के दौरान हिन्दू मुस्लिम एकता की दिखी मिसाल
अमित सिन्हा
रामगढ़ : रविवार को रामनवमी त्योहार के अवसर पर रामगढ़ जिला अन्तर्गत कुल 217 (लाईसेंसी 145 एवं गैर लाईसेंसी 72) अखाड़ों द्वारा रामनवमी जुलूस निकाला गया। रामनवमी त्योहार को लेकर हिन्दू समुदाय में हर्षोल्लास देखा गया। काफी भारी संख्या में महिला, पुरूष एवं बच्चों ने जुलूस में भाग लिया। रामगढ़ के शहरी क्षेत्रों के अलावे ग्रामीण क्षेत्रों में भी भारी संख्या में भीड़ देखी गई।
उपायुक्त चंदन कुमार एवं पुलिस अधीक्षक अजय कुमार द्वारा रामगढ़ थाना अंतर्गत 38, रजरप्पा थाना अंतर्गत 38 एवं गोला थाना अंतर्गत 31 कुल 107 अखाड़ों के द्वारा निकाले गये जुलूस को 7 अप्रैल को समय सुबह 04:30 बजे तक सड़क पर स्वयं उपस्थित रहकर शांतिपूर्ण रूप से संपन्न करवाया गया।
रामगढ़ जिला अन्तर्गत हिन्दू एवं मुस्लिम समुदाय द्वारा आपसी भाईचारे का परिचय देते हुए अनुठी मिसाल पेश किया गया। रामगढ़ थाना अंतर्गत सौदागर मोहल्ला, गोलपार, नईसराय एवं कुजू ओपी अंतर्गत कुजू चौक एवं श्रीराम चौक में मुस्लिम समुदाय द्वारा रामनवमी त्योहार के अवसर पर मंच तैयार किया गया। मंच पर उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक रामगढ़ स्वयं उपस्थित रहे तथा उनके समक्ष मुस्लिम समुदाय द्वारा जुलूस में शामिल हिन्दू समुदाय के सभी अखाड़ों के व्यक्तियों पर पुष्प की बारीश की गई तथा एक जागृत समाज का संदेश दिया गया। दोनो समुदायों द्वारा गंगा यमुना का तहजीब हमेशा बरकरार रखते हुए अगामी पर्व / त्योहार को भी आपसी भाईचारे के साथ शांतिपूर्ण एवं सौहार्द पूर्ण तरीके से मनाये जाने का संकल्प लिया गया।
3 अप्रैल को जुलूस को लेकर शांति समिति की हुई बैठक
3 अप्रैल को नगर भवन रामगढ़ में उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा रामनवमी त्योहार को लेकर जिलास्तरीय शांति समिति के बैठक का आयोजन किया गया था। जिसमें हिन्दू एवं मुस्लिम समुदाय के समिति अध्यक्ष, सदस्य एवं गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए थे। बैठक में सभी उपस्थित व्यक्तिगण से रामनवमी त्योहार को आपसी भाईचारे के साथ मनाने का अपील किया गया था, जिससे प्रोत्साहित होकर मुस्लिम एवं हिन्दू समुदाय के द्वारा आपसी भाईचारे का परिचय देते हुए अनुठी मिसाल पेश किया गया।
पुलिस अधीक्षक द्वारा बताया गया कि रामगढ़ जिला के हिन्दू एवं मुस्लिम समुदाय के व्यक्तियों द्वारा जो आपसी भाईचारे का अनुठी मिसाल पेश किया गया यह एक सिख है वैसे असामाजिक एवं शरारती तत्वों के लिये जो समाजिक सोहार्द को बिगाड़ने का काम करते है। साथ ही हिदायत दिया गया कि अगामी पर्व / त्योहार में दो समुदायों के बीच खलल पैदा करने, समाजिक सोहार्द बिगाड़ने तथा विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उसके विरूद्ध कड़ी कानुनी कार्रवाई की जाएगी।
उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा रामगढ़ जिला में बनाये गये विभिन्न मंचो से पूरे हिन्दु एवं मुस्लिम समुदाय के व्यक्तियों को आपसी भाईचारे के साथ त्योहार मनाने का अपील किया गया। हिन्दू समुदाय के महिला, पुरूष एवं बच्चे भारी संख्या में जुलूस में शामिल हुये तथा सभी अपने संयम का परिचय देते हुए अनुशासित तरीके से प्रेम एवं सौहार्द के साथ आगे बढ़ते रहे और जुलूस को शांतिपूर्ण रूप से संपन्न करवाया गया। जिले में किसी भी तरह की कोई भी विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न नहीं हुई। जिले में कई थाना क्षेत्रों में चैती दुर्गा पूजा का आयोजन किया गया है, 7 अप्रैल को माँ दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन शांतिपूर्ण तरीके से किया जा रहा है।
रामनवमी त्योहार को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने में अनुमण्डल दण्डाधिकारी, अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक (मु०), सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, पुलिस निरीक्षक, थाना / ओ०पी० प्रभारी एवं कर्मियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
रामनवमी डियूटी में प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारियों, आरक्षी, आई०आर०बी० के जवान, गृहरक्षक, चौकीदार के द्वारा अपने कर्त्तव्यों का पालन 24 घंटे मुस्तैद रहकर ढुढतापूर्वक किया गया। पुलिस अधीक्षक, रामगढ़ के द्वारा डियूटी के दौरान सभी पुलिस कर्मियों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं से अवगत होते हुए उनके खाने, पिने आदि की व्यवस्था का जायजा लिया गया तथा मनोबल को ऊंचा बनाये रखने हेतु प्रोत्साहित किया गया।