भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने अपने झारखंड के तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन रविवार को रांची के प्रसिद्ध दशम जलप्रपात का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने दुर्गम क्षेत्र के बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) से बात-चीत की और निर्वाचन प्रक्रिया से जुड़ी जमीनी हकीकत का जायजा लिया. इस मौके पर राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार समेत कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे.
दौरे के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने युवाओं से आग्रह किया कि जैसे ही वे 18 वर्ष के हों, तुरंत मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करवाएं. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की सेवा की शुरुआत एक जिम्मेदार मतदाता बनने से होती है और यही देश सेवा की पहली सीढ़ी है.
ज्ञानेश कुमार ने झारखंड की मतदाता सूची को लेकर संतोष व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि राज्य के किसी भी जिले में मतदाता सूची को लेकर अब तक कोई अपील नहीं आई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि मतदाता सूची पूरी तरह से सटीक और पारदर्शी है, और मतदाता इससे संतुष्ट हैं.
चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि आयोग चुनाव के समय 500 से अधिक स्टाफ को डेपुटेशन पर लेकर काम करता है, जो बाद में एक विशाल और संगठित व्यवस्था बन जाती है. उन्होंने यह भी बताया कि देशभर के सभी मतदान केंद्रों पर एक समान प्रक्रिया अपनाई जाती है और नियमों के तहत निष्पक्ष रूप से मतगणना होती है.