–निजी विद्यालयों की मनमानी व सीबीएसई गाइडलाइन के उल्लंघन पर कार्रवाई की मांग
कोडरमा। जिले के अभिभावक संघ ने निजी विद्यालयों द्वारा की जा रही मनमानी और सीबीएसई के नियमों के उल्लंघन को लेकर उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में स्कूलों के द्वारा हर साल किताबें बदलने, उनकी कीमतों में बेतहाशा वृद्धि, कमीशनखोरी और विभिन्न शुल्कों की जबरन वसूली पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।
मुख्य मांगे
हर साल नई किताबें थोपने पर रोक, निजी स्कूल किताब विक्रेताओं से मोटी कमीशन लेने व हर साल किताबें बदलने जिससे अभिभावकों पर अनावश्यक आर्थिक बोझ पड़ता है। वहीं उन्होंने एनसीईआरटी की किताबों को अनिवार्य करने की मांग की गई।
आरटीई 2009 के पालन की जांच
सीबीएसई स्कूलों में 6 से 14 वर्ष के गरीब बच्चों के लिए 25 प्रतिशत सीट आरक्षित होती हैं, जिले के हर रजिस्टर्ड स्कूल से इस योजना के क्रियान्वयन का डेटा निकलवाया जाए।
मुफ्त शिक्षा योजना की स्थिति स्पष्ट की जाए
केंद्र सरकार की फ्री एजुकेशन योजना के तहत गरीब बच्चों को लाभ देने की प्रक्रिया की जांच हो और जिले के सभी सीबीएसई स्कूलों में इसके सही क्रियान्वयन की समीक्षा की जाए।
तत्काल कार्रवाई की मांग
अभिभावक संघ ने जिला प्रशासन से एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई करने की मांग की ताकि अभिभावकों को बढ़ी हुई कीमतों पर किताबें खरीदने से बचाया जा सके। संघ ने कहा कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
भेजी गई प्रतिलिपि
जिला शिक्षा पदाधिकारी कोडरमा, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग झारखंड, शिक्षा मंत्री झारखण्ड सरकार, मुख्यमंत्री को प्रतिलिपि भेजी गई है। वहीं अभिभावक संघ ने कहा कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं की गईं, तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे। मौके पर संघ के अध्यक्ष संजय साजन, सचिव भानु प्रताप सिंह, संजय पासवान, असीम सरकार, रमेश प्रजापति, सिकंदर कुमार, अंकित कुमार यादव, दीपक कुमार सिंह, नरेंद्र सिंह चंदेल, अली हैदर बंटी, प्रकाश कुमार, धनजय यादव समेत अन्य लोग मौजूद थे।