कोडरमा। राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन 2025 के सफल क्रियान्वयन को लेकर सोमवार को सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार की अध्यक्षता में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें प्रत्येक सीएचसी से दो-दो चिकित्सक सभी सीएचओ व बीटीटी शामिल हुए। वहीं प्रशिक्षण शिविर को सम्बोधित करते हुए सीएस डॉ. अनिल कुमार ने कहा कि 10 फरवरी से जिले में चलने वाले कार्यक्रम के दौरान लोगों को जागरूक करें और जनभागीदारी से जिले को फाइलेरिया से मुक्त कराने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया का विलोपन वर्ष 2027 तक निर्धारित है, ऐसे में हमें इसे चुनौती के रूप में लेने की जरूरत है। अभियान के दौरान लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कराएं।
वहीं जिला भीबीडी पदाधिकारी डॉ. मनोज कुमार ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि जिले में 10 फरवरी से 25 फरवरी तक एमडीए आईडीए का आयोजन किया जाना है, इस दौरान उम्र के हिसाब से सभी लोगों को दवा खिलाया जाएगा, उन्होंने कहा कि फाइलेरिया रोधी दवा के सेवन से ही इस रोग से बचा जा सकता है। इसके पूर्व प्रशिक्षण शिविर में सहयोगी संस्था पिरामल फाउंडेशन के प्रतिनिधि प्रमोद कुमार सिंह और शंभु कुमार ने राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन को लेकर माइक्रो प्लान, बूथ प्लान, हाउस टू हाउस सर्वे प्लान, ड्रग सुपरवाइजर प्लान आदि की विस्तृत जानकारी दिया।
मौके पर विवेकानंद शर्मा, सुनील कुमार पंडित, शंकर कुमार, ललन कुमार राणा, पंकज कुमार, नीरज कुमार आदि मौजूद थे।