झरिया। त्रिदिवासीय श्री राम कथा के तीसरे दिन माननीय झरिया विधायक श्रीमती पूर्णिमा नीरज सिंह तथा रघुकुल परिवार द्वारा आयोजित श्री राम कथा का शुभारंभ जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम हुआ। राम विवाह की पत्र मिलने के साथ पुरोहित महाराज ने अयोध्या से बरात निकलने की मुहूर्त निकाले। प्रभू श्री राम के विवाह के 15 दिन पहले ही बारात पहुंच गए मिथिला। बरात में शामिल देवताओं जनकपुर में खूब आनंद है। क्यों लंबे दिनों तक बारात रहेगी लंबी दिनों तक दर्शन मिलता रहेगा आनंद महोत्सव चलेगा सारे लोग नाच रहे है।
आज से 24 घंटे का दिन और 24 घंटे की रात करिए दिन-रात की अवधि बढ़ा दीजिए क्यों हम नहीं चाहते है। तो क्या हमारी जनक जी कोई काम भाग्यशाली है हमारे महाराज कोई कमजोर नहीं है देखो दशरथ जी और जनक जी भाग्यशाली है वह जाने हम लोग बहुत भाग्यशाली है।ब्रह्मा जी आठ मित्र से कार्य कीजिए 12 मित्र से इंद्र हजार हजार मित्र से भगवान के दूल्हा रूप का दर्शन करते हैं द्वारा पूजन भैया द्वारा पूजन के बाद सखियां भगवान को मंडप में ले जाकर दिखती है मेरी सीता मैया कर बैठी है आपको बताओ क्यों अपने वंश की परंपरा बताने के लिए चारों वेद भगवान उपस्थित है वहां पर स्वीकार करने के लिए व्यवस्था बनाई है जिस प्रकार शंकर जी के विवाह में हिमाचल की और मैं जी ने शिव जी के पांव को धोया था उसी प्रकार राम जी के विवाह में राम जी के पांव को धोने लगे यहां पर प्रक्षालन होता है दूल्हे का जन्म जी महाराज धोने लगे बाबा कहते हैं
आज मिथिला नगरिया कमाल सखिया। चारो दुल्हा में सवरका कमाल सखिया………,जेकरा खातिर जोगी, मुन्नी जोग जप ख ईलन, जेहि हमरा मिथिला में मेहमान सखिया। आज लोढा से सेकाई इनकर गाल सखिया।
छॆयलवा को देईओ चुन्नी गाली, छप्पन भोग परोसियो थाली…….,गावत सरहज चुन्नी चुन्नी गाली।अति सूकुमारी राजकुमारी शांता बहन तुम्हारी, देना तो चाहिए राज कुंवर को , लेय भागे जटाधारी……..,श्रीराम कथा में कथा वाचक ने बताया कि रामकथा का आनंद तभी है, जब वक्ता और श्रोता दोनों सुर, लय, ताल मिलाकर कथा का रसपान करें। प्रेम प्रकट हो जाए तो परमात्मा खुद प्रकट हो जाएंगे। प्रेम के बिना जीवन का कोई अर्थ नहीं है। रामकथा का महत्व हमेशा से है और आगे भी रहेगा। यह भगवान की लीला, चरित्र व गुणों की गाथा है।
इसके श्रवण और कथन के प्रति हमेशा एक नवीनता का भाव बना रहता है। भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के चरित्र में प्रदर्शित त्याग और तपस्या की बातों को निरंतर श्रवण करते रहने से सुनने वाले के अंदर भी ऐसे ही महान गुणों का समावेश हो जाता है। कथावाचक के भजन- कीर्तन ने श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस मौके पर राम-सीता विवाह का प्रसंग से सभी लोग ओतपोत हो गए।
राम कथा में पहुचे, मंत्री ,विधायक:
कथा प्रारम्भ करने से पहले अभिषेक सिंह धर्मपत्नी शिवानीजी के साथ ब्यासपीठ का विधिवत पूजन किया, कार्यक्रम में शामिल हुए अति विशिष्ट अतिथियों को माननीय झरिया विधायक श्रीमती पूर्णिमा नीरज सिंह ने श्री राम लिखा अंग वस्त्र तथा श्री राम दरबार का मोमेंटो भेंट कर स्वागत किया।
आज के श्री राम कथा का श्रवण करने बतौर मुख्य अतिथि झारखंड प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी माननीय श्री अविनाश पांडेय, झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष माननीय श्री राजेश कुमार ठाकुर, माननीय स्वास्थ्य मंत्री श्री बन्ना गुप्ता, माननीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री आलमगिर आलम, माननीय बाघमारा विधायक श्री ढुल्लू महतो, माननीय बेरमो विधायक श्री जय मंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह, माननीय बड़कागांव विधायक सुश्री अम्बा प्रसाद, माननीय महागामा विधायक श्रीमती दीपिका पांडेय सिंह, कृषि विपणन बोर्ड के अध्यक्ष श्री रविन्द्र सिंह, हिंदू न्यास बोर्ड के अध्यक्ष श्री जय शंकर पाठक, गो सेवा आयोग के अध्यक्ष श्री राजीव रंजन प्रसाद, पूर्व सांसद श्री रविन्द्र पाण्डेय, कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष श्री जलेश्वर महतो, धनबाद जिला बीस सूत्री उपाध्यक्ष श्री ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह, श्री अजय दुबे, श्री रविन्द्र वर्मा, श्री प्रदीप कौशिक, श्री महेंद्र भगानिया,राजपूत विचार मंच के अध्यक्ष श्री अरुण कुमार सिंह, डीएवी पब्लिक स्कूल के निदेशक श्री के सी श्रीवास्तव, जेएमएम केंद्रीय सदस्य श्री धरनीधर मंडल, धनबाद क्रिकेट एसोसिएशन के विनय कुमार सिंह, उत्तम विश्वास, मनोज कुमार सिंह, सहित हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए।