साहिबगंज। भाजपा भाजपा के वरिष्ठ नेता ताला मरांडी झामुमो में शामिल हो गए। भोगनाडीह में सीएम हेमंत सोरेन के समक्ष झामुमो की सदस्यता ग्रहण की। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ताला मरांडी ने शुक्रवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने एक आधिकारिक पत्र जारी कर अपने इस्तीफे की घोषणा की और पार्टी द्वारा अब तक दिए गए सभी अवसरों के लिए आभार जताया।
कार्यक्र में मौजूद झामुमो के केंद्रीय सचिव पंकज मिश्रा ने मंच पर ताला मरांडी का स्वागत किया। ताला ने 2024 का लोकसभा राजमहल सीट से लड़ा था। हालांकि झामुमो के विजय हांसदा से 1.50 लाख से भी अधिक मतों के अंतर से चुनाव हार गए थे। वे बोरियो से दो बार भाजपा के विधायक रह चुके हैं।
इससे पहले बोरियो के पूर्व विधायक ताला मरांडी ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को पत्र लिखकर भाजपा से त्यागपत्र देने की सूचना दे दिया था। उन्होंने पत्र में लिखा है कि मैं भाजपा का एक समर्पित सदस्य रहा हूं। पार्टी द्वारा दिए गए अवसरों के लिए मैं आभार प्रकट करता हूं। वर्तमान परिस्थितियों, व्यक्तिगत कारणों और वैचारिक मतभेदों के चलते मैंने पार्टी की प्राथमिकत सदस्यता तथा सभी पदों से त्यागपत्र देने का निर्णय लिया है। मेरा यह निर्णय गहन विचार विमर्श के बाद लिया गया है। इसमें किसी प्रकार की दुर्भावना नहीं है
कार्यक्रम में झामुमो जिलाध्यक्ष अरुण सिंह, लिट्टीपाड़ा विधायक हेमलाल मुर्मू , बोरियो विधायक धनंजय सोरेन, गांडेय विधायक कल्पना सोरेन मुर्मू,राजमहल विधायक मोहम्मद ताजुद्दीन आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।

44 सालों के बाद ताला की हुई घर वापसी
ताला मरांडी की 44 सालों के बाद झामुमो में वापसी हुई। करीब 63 साल के ताला का लंबा राजनीतिक अनुभव है। उन्होंने 1989-90 के आसपास अपना राजनीतिक करियर झामुमो कार्यकर्ता के रूप में शुरू किया था। हालांकि बाद में वे कांग्रेस में शामिल हो गए थे। वे बोरियो सुरक्षित सीट से कांग्रेस के टिकट पर 1995 व 2000 का विधानसभा चुनाव लड़े, पर सफलता नहीं मिली। 2000 के विधानसभा चुनाव में बतौर कांग्रेस प्रत्याशी उनका सीधा मुकाबला झामुमो के लोबिन हेम्ब्रम से हुआ।