महाराष्ट्र: नागपुर हिंसा को लेकर एक सीसीटीव फुटेज सामने आया है. इस फुटेज में दिख रहा कि किस तरह से लोग पुलिस टीम पर पथराव कर रहे हैं. पुलिस उपद्रवियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए उन्हें रोकने की हर संभव कोशिश करती दिख रही है लेकिन भीड़ तेजी से पुलिस टीम पर हमला करते हुए आगे बढ़ रही है. पुलिस टीम पर किए गए पथराव में एक दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मियों के घायल होने की भी खबर है. जबकि कई आम नागरिकों को भी चोटें आई हैं. पुलिस इस मामले में अभी तक करीब 47 लोगों को गिरफ्तार किया है. इस हिंसा में और कितने लोग शामिल थे उनकी पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.
कैसे भड़की नागपुर हिंसा?
इलाके में कर्फ्यू लगा हुआ है. सुबह इंटरनेट सेवाएं फिर से बहाल कर दी गई. उधर, दूसरे पक्ष की शिकायत के आधार पर पुलिस ने विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर ली है. नागपुर हिंसा ने महाराष्ट्र ही नहीं देश में भी सबको हिलाकर रख दिया. औरंगजेब की कब्र के बाहर प्रदर्शन को लेकर अचानक 200 से 300 लोगों की भीड़ आ धमकी. बताया जा रहा है कि इसी बीच अफवाह फैल गई कि मुस्लिम समुदाय के पवित्र ग्रंथ को जलाया गया है.

ऐसे में वहां पत्थरबाजी की स्थिति पैदा हो गई. कई घरों पर पथराव हुआ और वाहनों को आग के हवाले कर दिया. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि ये सभी बाहरी लोग थे और एक ही समूह के थे. उन्होंने अचानक घरों को निशाना बनाना शुरू कर दिया. बाहर खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई. पहले कभी ऐसी घटना नहीं हुई. भीड़ में एक भी चेहरा जाना पहचाना नहीं था.

लोगों ने कहा कि भीड़ ने योजना बनाकर हमला किया था. वे हमारे इलाके में आए और पत्थर फेंके. 8 गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई. दो गाड़ियों को आग लगा दी गई. इस भीड़ में लोग मुखौटे पहने हुए थे. स्थानीय लोगों ने यह भी दावा किया है कि उनके पास पेट्रोल बम भी थे. सुबह जब विरोध प्रदर्शन हुआ तो पुलिस ने हस्तक्षेप किया. रात में महाराज की मूर्ति वाले स्थान और अन्य क्षेत्रों पर पत्थर फेंके गए और गाड़ियों में आग लगा दी गई. अग्निशमन कर्मियों और कर्मचारियों के साथ मारपीट की गई.

मैं खुद पूरे मामले पर नजर रख रहा हूं… नागपुर हिंसा पर बोले सीएम देवेंद्र फडणवीस
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर हिंसा पर कहा कि यह घटना निंदनीय है. पुलिस पर पत्थर फेंके गए ये सही नहीं है. मैं खुद पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हूं. मैनें पुलिस कमिश्नर को निर्देश दिए हैं कि शांति व्यवस्था स्थापित करने के लिए सभी कदम उठाए. दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. नागपुर शांत और सुंदर शहर है.
महाराष्ट्र के गृह राज्यमंत्री ने दिया नागपुर हिंसा पर बड़ा अपडेट
महाराष्ट्र के गृह राज्यमंत्री योगेश कदम ने बताया है कि हिंसा की वजह पता नहीं चली है. अभी तक 47 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मामले की जांच चल रही है. कुछ लोग ग्रुप में आए और वहां हंगामा हुआ. दो-तीन लोगों की चोट लगी है, लेकिन वह गंभीर नहीं है.
नागपुर के पुलिस आयुक्त ने क्या बताया?
नागपुर के पुलिस आयुक्त ने बताया कि हिंसा के भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 लागू है. नागपुर शहर के पुलिस जोन 3, जोन 4 और जोन 5 में संचार बंदी लागू की गई है. वहीं मेडिकल कारण छोड़कर 5 से अधिक लोगों के जमा होने पर रोक है. फिलहाल इलाके में शांति है.
बीजेपी विधायक का पुलिस पर बड़ा आरोप
नागपुर मध्य से बीजेपी विधायक प्रवीण दटके ने कहा कि ये प्लांड घटना है. सारे CCTV फुटेज हैं. हम सब मुख्यमंत्री को दिखाएंगे. मुझे दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि यहां की पुलिस कल हिंदुओं के साथ नहीं थी.
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद का सीएम देवेंद्र फडणवीस पर निशाना
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा, “पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है, वे क्या करेंगे? यह सब पुलिस की निगरानी में हो रहा है. यह सीएम का घर है, इसलिए उन्हें देखना चाहिए कि क्या हो रहा है. अगर आप नफरत फैलाएंगे, तो देश में शांति भंग होगी और विकास नहीं होगा. अगर उन्होंने सरकार बनाई है, तो उन्हें लोगों के कल्याण के लिए काम करना चाहिए, लेकिन वे 400 साल पुराने मुद्दों को खोद रहे हैं.
नागपुर में कहा-कहां लगा कर्फ्यू?
नागपुर पुलिस आयुक्त डॉ. रविंदर कुमार सिंगल ने बताया कि नागपुर शहर के कोतवाली, गणेशपेठ, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है. यह कर्फ्यू अगले आदेश तक लागू रहेगा.