पलामू। उधार मोबाइल नहीं देने पर दुकान खाली कर देने का मामला सामने आया है। करीब पांच लाख रूपए के मोबाइल फोन चोरी कर लिया गया। हालांकि घटना के 24 घंटे के भीतर पुलिस ने कांड का उदभेदन करते हुए दो चोरों को गिरफ्तार किया और 29 मोबाइल फोन के अलावा अन्य उपकरण बरामद किए गए। मास्टरमाइंड फरार है। उसकी पहचान हो गयी है। गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। घटना पलामू जिले के मनातू थाना क्षेत्र अंतर्गत पदमा स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा के सामने दो फरवरी की रात हुई थी।
लेस्लीगंज के एसडीपीओ मनोज कुमार झा के नेतृत्व में विशेष छापेमारी दल का गठन किया गया था। दल में मनातू के थाना प्रभारी निर्मल उरांव, एसआई संतोष कुमार गुप्ता, एएसआई सतेन्द्र कुमार एवं तुराम पूर्ति और जवान शामिल थे।
अनुसंधान के क्रम में गुप्तचर एवं दुकानदार से मिली जानकारी पर चोरी कांड के साजिशकर्ता पदमा का महफूज आलम के घर छापेमारी की गयी। हालांकि महफूज नहीं मिला, लेकिन जानकारी मिली कि उसके साथ दो अन्य युवक रहते हैं। संदिग्ध मानकर उनकी पहचान की गयी और पकड़ा गया। कडाई से पूछताछ करने पर दोनों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की।
बताया कि दो फरवरी की रात दुकान का वेंटिलेटर तोड़कर अंदर घुसे थे और बोरा में भरकर सारे मोबाइल फोन निकाल लिए थे। उनकी निशानदेही पर पाटन के एक अर्द्धनिर्मित मकान से 29 मोबाइल फोन एवं अन्य उपकरण बरामद किये गये।
एसडीपीओ ने मंगलवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि मास्टरमाइंड महफूज कुछ दिन पहले उपरोक्त मोबाइल दुकान में मोबाइल फोन खरीदने गया था और उधार मांग रहा था। दुकानदार आशीष कुमार ने उधार में मोबाइल देने से मना कर दिया था। ऐसे में उसने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर उसकी दुकान में चोरी करने की योजना बनाई। दो फरवरी की रात उसके साथी वेंटिलेटर तोड़कर अंदर घुसे और घटना को अंजाम दिया। महफूज बाहरी गतिविधियों पर नजर रख रहा था। सीसीटीवी में वह टहलते नजर आया है। एक महंगा मोबाइल फोन लेकर गिरफ्तारी के डर से वह फरार है। अन्य दो आरोपिताें में रूदीडीह नावाजयपुर के तकरीम अंसारी उर्फ बबल एवं एक नाबालिग भी शामिल है।