–गर्मियों में पेयजल की नही हो किल्लत, अभी से व्यवस्था में लाएं सुधार
कोडरमा। जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में निर्बाध रूप से पेयजलापूर्ति को लेकर शुक्रवार को उपायुक्त मेघा भारद्वाज की अध्यक्षता में पेयजल एवं स्वच्छता समिति की बैठक की गयी। बैठक में समिति के पदाधिकारियों के अलावे नगर निकायों के पदाधिकारी व प्रखंडों के बीडीओ आदि शामिल हुए। बैठक में शामिल अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि जिले में गर्मी की शुरूआत हो गयी है, ऐसे पेयजलापूर्ति की समुचित व्यवस्था को दुरुस्त करें, ताकि आमजनों को पेयजल की किल्लत न हो।
वहीं उन्होंने कहा कि सम्बंधित विभाग के पदाधिकारी यह सुनिश्चित करें कि उनके क्षेत्र के सभी चापानल बेहतर हालात में हों, खराब चापानलों को युद्धस्तर से मरम्मती करें, इसमे किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नही की जाएगी। गर्मियों के दिनों में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के समक्ष पेयजल संकट न हो, बल्कि उन्हें निर्बाध रूप से पेयजल उपलब्ध हो। मौके पर डीसी के अलावे डीडीसी ऋतुराज, डीपीओ अनूप कुजूर, पीएचईडी कार्यपालक अभियंता अनुज कुमार सिंह, नगर प्रशासक शंभु प्रसाद कुशवाहा, अंकित कुमार, प्रखंडों के बीडीओ आदि मौजूद थे।
पेयजल समस्या के समाधान को लेकर नियंत्रण कक्ष का गठन
बैठक के दौरान गर्मियों को पेयजल संकट की समस्या के समाधान को लेकर डीसी के निर्देश पर जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष का गठन किया गया। साथ ही नियंत्रण कक्ष में पदाधिकारी व कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया गया। इसमे दीपक कुमार कनीय अभियंता 7541920901, सहायक विशाल कुमार 7269057933 और अनिल कुमार 6299093017, नियंत्रण कक्ष के प्रभारी दीपक कुमार को बनाया गया है। वहीं उपायुक्त ने कहा कि जहां भी पेयजल से सम्बंधित कोई समस्या हो तो वे नियंत्रण कक्ष के पदाधिकारी को इसकी सूचना दें, त्वरित कार्रवाई होगी।